मदद मांगती रही महिला, अस्पताल के लोगों ने नहीं दिया ठीक से ध्यान, आखिरकार हो गया दिल दहलाने वाला हादसा!

किसी महिला के लिए मां बनने का लम्हा बहुत ही खास होता है. यह वक्त चिंता, दर्द और खुशी सभी से भरा हुआ होता है. महिला के अलावा भी कई लोगों के लिए यह इम्तिहान का वक्त होता है डॉक्टरों के लिए चुनौती होती है कि बच्चा सही सलामत पैदा हो जाए और मां भी सही सलामत रहे. पर कई बार डिलिवरी कुछ जटिल हो जाती है. लेकिन उसके बाद भी इलाज सही से हो अस्पताल और डॉक्टर मरीज़ पर अच्छे ध्यान दें तो हादसे भी टल सकते हैं. लेकिन ब्रिटेन के केंट की रहने वाली एबी हॉलैंड के साथ ऐसा ना हो सका. अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी बेटी मृत पैदा हुई. उनकी पूरी कहानी दिल दहला देने वाली है.
अचानक हुआ दर्द
20 साल की उम्र में यह एबी की पहली गर्भावस्था थी. कोई परेशानी नहीं थी. उन्हें पता चला कि वह बेटी को जन्म देंगी. लेकिन प्रेग्नेन्सी के 23 हफ्ते और पांच दिन में अचानक दर्द शुरू हुआ. उन्हें नहीं पता था कि यह प्रसव दर्द है. रात में उनका पानी फट गया. वह तुरंत मेडवे मैरीटाइम अस्पताल गईं. वहां से उन्हें चेल्सी और वेस्टमिंस्टर अस्पताल भेजा गया. यह सबसे पास का अस्पताल था, जहां NICU थी.
अस्पताल ने किया निराश
वहां पहुंचने पर एक विशेषज्ञ ने कहा, “इतने छोटे बच्चे के बचने की संभावना कम है.” उन्होंने एबी की बेटी को “स्क्रैप” कहा. एबी को यह सुनकर दुख हुआ. उन्हें लगा कि कोई सहानुभूति नहीं थी. पहले अस्पताल में कहा गया था कि उनकी बेटी को बचाने की कोशिश की जाएगी. लेकिन यहां कोई मदद नहीं मिली. एबी को एक कमरे में रखा गया. वहां उनकी हालत बिगड़ने लगी. प्लेसेंटा अलग होने से खून बहने लगा. 12 घंटे तक कोई नर्स या मिडवाइफ नहीं आई. एबी को तेज दर्द हो रहा था. उनकी मां ने कई बार नर्स को बुलाया. लेकिन उन्हें बताया गया कि यह सामान्य है.
अस्पताल का रवैया
अस्पताल ने कोई मदद नहीं की. उन्होंने बच्चे की दिल की धड़कन भी नहीं जांची. एबी का खून बहुत बह रहा था. एक बार वह बेहोश हो गईं. उनकी मां ने एक स्टूडेंट मिडवाइफ को बुलाया. उसने दिल की धड़कन जांची, लेकिन कुछ नहीं मिला. तब एबी को डिलीवरी रूम में ले जाया गया. स्कैन से पता चला कि उनकी बेटी की धड़कन बंद हो चुकी थी. एबी को अपनी बेटी को जन्म देना पड़ा.