भीड़भाड़ से दूर सुकून की है तलाश, तो करें पालकोल्लू की सैर

भारत के पश्चिमी गोदावरी जिले का शहर पालकोल्लू अपनी मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है और यहां के लोगों का स्वभाव काफी दोस्ताना है। खाने की तरह-तरह की वैराइटी के साथ-साथ यहां प्रसिद्ध क्षीर रामलिंगेश्वर स्वामी मंदिर स्थित है। सर्दियों में यह शहर घूमन के लिए बेहद सुहावना हो जाता है।

चारों ओर प्रकृति के मनोरम दृश्यों से सजे आंध्रप्रदेश के शहर पालकोल्लू को ईश्वर की कृति माना जाता है। जहां तक नजर जाए नारियल के पेड़, हरे-भरे केले के बगान और पानी के छोटे-छोटे स्रोत नजर आते हैं। प्रकृति प्रेमियों और समुद्री खूबसूरती का चाव रखने वालों के लिए यह शहर किसी स्वर्ग से कम नहीं।

सर्दी के मौसम में पालकोल्लू का मौसम काफी खुशनुमा हो जाता है। यही वजह है कि नवंबर से फरवरी का महीना शहर घूमने के लिए काफी अच्छा है। तो, आइए चलते हैं इस शहर की सुंदरता को थोड़ा और करीब से जानते हैं।

कैसे पहुंचें

हवाई मार्ग से: राजमुंदरी एयरपोर्ट सबसे करीब है, यहां से करीब 80 किलोमीटर दूर है।

रेलमार्ग से: पालकोल्लू रेलवे स्टेशन शहर के अंदर ही आता है।

सड़कमार्ग से: यह शहर आंध्रप्रदेश के बाकी शहरों से भी काफी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

शहर से दूर गांव का शांत माहौल

खूबसूरत प्राकृतिक नजरों के अलावा पालकोल्लू में आपको भीड़भाड़ और शोरगुल से दूर आंध्रप्रदेश के गांवों की एक छोटी-सी झलक भी देखने को मिलती है।

बोटिंग का मजा

पवित्र गोदावरी नदी के पास स्थित होने की वजह से पालकोल्लू में आपको बेहद खूबसूरत बैकवॉटर्स और छोटे-छोटे आईलैंड देखने को मिलते हैं। इससे आपको बोटिंग, बर्डवॉचिंग का अनोखा और बेहतरीन अनुभव मिलता है।

प्रवासी पक्षियों से बढ़ जाती है झील की खूबसूरती

यह भारत के सबसे बड़े ताजे पानी के झीलों का भी ठिकाना है। यहां की कोल्लेरू झील में सर्दी के मौसम में उत्तरी एशिया और पूर्वी यूरोप से लाखों प्रवासी पक्षी आते हैं। इससे झील की खूबसूरती और भी बढ़ृ जाती है। बर्डवॉचिंग में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह काफी अच्छा नजारा होता है। इतना ही नहीं यह झील मछलियों की 60 से भी ज्यादा प्रजातियों का घर है।

सफेद शिवलिंग

पालकोल्लू शहर आंध्रप्रदेश में अपने अनूठे शिव मंदिर के लिए मशहूर है। यहां शिवजी को क्षीर रामलिंगेश्वर के नाम से जाना जाता है, जोकि दूधिया सफेद रंग के शिवलिंग के रूप में हैं। यह मंदिर अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए मशहूर है और पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद्र भी।

तरह-तरह के व्यंजन

पालकोल्लू में आपको आंध्रप्रदेश के कई सारे लजीज पकवान चखने का मौका मिलता है। मिनापा या डिब्बा रोटी, कोवा पुरी से लेकर चावल के पतले रैप से बनने वाला स्वीट डिश पुथेरकुल्लू काफी पसंद किया जाता है।

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