भारत-यूके सैन्य अभ्यास ‘अजेय वॉरियर’ सम्पन्न, UN शांति-प्रवर्तन मिशनों में मजबूत हुई साझेदारी

इन संयुक्त अभ्यासों का समापन बैटल-ग्रुप स्तर के अंतिम ऑपरेशन के साथ हुआ, जिसमें दोनों सेनाओं ने वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप अभ्यास किया।
भारत और ब्रिटेन की सेनाओं के बीच आयोजित द्विवार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अजेय वॉरियर’ का आठवां चरण राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। लगभग दो सप्ताह तक चले इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना और आतंकवाद-रोधी अभियानों में संयुक्त रूप से काम करने की क्षमता को मजबूत करना रहा।
इस बार सैन्य अभ्यास का फोकस संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय-7 के तहत शांति-प्रवर्तन (पीस-एन्फोर्समेंट) अभियानों को अंजाम देने पर रहा। अभ्यास में शहरी और अर्ध-शहरी वातावरण में बहु-डोमेन ऑपरेशनों की जटिल परिस्थितियों का सिमुलेशन किया गया, जिसमें दोनों सेनाओं ने एकीकृत कमान के तहत ऑपरेशन संचालित किए। ट्रेनिंग के दौरान सैनिकों ने काउंटर-आईईडी, छोटे मानव रहित विमान (एसयूएएस) संचालन, शहरी युद्धक रणनीतियों, कंपनी-स्तर की कौशल प्रक्रियाओं और सपोर्ट हथियारों के उपयोग से जुड़े अनुभव साझा किए।
इन संयुक्त अभ्यासों का समापन बैटल-ग्रुप स्तर के अंतिम ऑपरेशन के साथ हुआ, जिसमें दोनों सेनाओं ने वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप अभ्यास किया। टैक्टिकल अभ्यासों के अलावा सैनिकों ने फिटनेस गतिविधियों, टीम स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया, जिसने दोनों सेनाओं के बीच आपसी समझ और सौहार्द को और प्रगाढ़ किया।
अजेय वॉरियर का अगला चरण 2027 में ब्रिटेन में
ब्रिटिश हाई कमिश्नर लिंडी कैमरन ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा सहयोग, ब्रिटेन-इंडिया विजन 2035 का महत्वपूर्ण स्तंभ है और ‘अजेय वॉरियर’ इस साझेदारी को और मजबूत करता है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि ‘अजेय वॉरियर’ का अगला चरण वर्ष 2027 में ब्रिटेन में आयोजित किया जाएगा।





