भारत-ब्रिटेन के बीच हुआ ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’

भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का ऐलान हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने’मुक्त व्यापार समझौते’ पर हस्ताक्षर किए। इस ट्रेड एग्रीमेंट से दोनों देशों के बीच 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार वर्तमान 60 अरब डॉलर से बढ़कर 120 अरब डॉलर हो जाने की उम्मीद है। यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद से यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ब्रिटेन के लिए आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व्यापार समझौता है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लेकर महत्वपूर्ण खनिजों तक, सेमीकंडक्टर से लेकर साइबर सिक्योरिटी तक, भारत और ब्रिटेन मिलकर भविष्य का निर्माण करेंगे।
‘विजन 2035 की शुरुआत’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन डिफेंस, एजुकेशन, टेक्नोलॉजी और लोगों के बीच संबंधों समेत अन्य क्षेत्रों में साझेदारी बनाने के लिए विजन 2035 शुरू कर रहे हैं। खास बात है कि भारत और ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के साथ-साथ दोहरे योगदान समझौते (DCC) पर भी सहमति व्यक्त की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि DCC के माध्यम से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को भारत की कुशल प्रतिभाओं से लाभ होगा।
FTA डील से होंगे ये बड़े फायदे
पीएम मोदी ने कहा कि भारत-ब्रिटिश संबंध आज ऐतिहासिक स्तर पर पहुँच गए हैं। कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद, दोनों देशों ने एक व्यापक आर्थिक व्यापार साझेदारी पर हस्ताक्षर किए हैं, जो आगे चल मील का पत्थर साबित होगा।
खास बात है कि भारत और ब्रिटेन के बीच हुई इस डील से भारतीय कपड़ा, जूते, समुद्री भोजन, इंजीनियरिंग सामान, डायमंड एवं ज्वैलरी निर्यात को ब्रिटिश बाज़ार तक बेहतर पहुंच मिलेगी।
भारत के कृषि और फूड प्रोसेसिंग प्रोडक्ट्स व इंडस्ट्रीज के लिए नए अवसर पैदा होंगे। मुक्त व्यापार समझौता (FTA) भारत के युवाओं और किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।