भारत-पाकिस्तान का वो बॉर्डर, जहां नहीं है कोई फेंसिंग, नदी के पार से बातें कर लेते हैं दोनों मुल्कों के लोग

भारत और पाकिस्तान एक ही ज़मीन के दो टुकड़े हैं. हालांकि पाकिस्तान के आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहने की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बना रहता है. हाल ही में पहलगाम में हुए हमले के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच टेंशन कुछ ज्यादा ही बढ़ गई. इसका जवाब भी भारत ने आतंकी ठिकानों को तबाह करके दे दिया. भारत में ज्यादा आतंकियों की एंट्री पीओके के सीमाई इलाकों से होती है. हालांकि PoK का एक इलाका ऐसा भी है, जहां कोई फेंसिंग नहीं लगाई गई है.

यूं तो भारत और पाकिस्तान बॉर्डर पर तनाव हमेशा ही बना रहता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि LoC का एक इलाका ऐसा भी है, जहां दोनों मुल्कों के बीच कोई कंटीली बाड़ तक नहीं है. यहां दोनों मुल्कों के लोग एक-दूसरे से बातें कर सकते हैं. उनके नाम पूछते हैं, एक-दूसरे को ग्रीट करते हैं और फिर टाटा-बाय-बाय करके चले जाते हैं.

यहां पर नहीं लगी है कोई कंटीली तार
पाकिस्तान और भारत की सीमा पर एक ऐसी जगह है, जहां दोनों देशों के लोग घूमने आते हैं. ये जगह है किशनगंगा नदी के किनारे, जिसे भारत में इस नाम से तो पाकिस्तान में नीलम नदी के नाम से जाना जाता है. ये झेलम नदी की एक उपनदी है, इसके प्रवाह मार्ग का कुछ हिस्सा पाकिस्तान के अवैध कब्ज़े वाले कश्मीर में है. सोनमर्ग शहर के पास ये नदी कृशनगर झील से शुरू होती है. बदोआब गांव के पास द्रास से आने वाली एक उपनदी इसमें मिल जाती है. कुछ दूर तक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ चलकर ये गुरेज के पास PoK के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में दाखिल हो जाती है. इसके कुल 245 किलोमीटर के मार्ग में से 50 किलोमीटर भारतीय नियंत्रण वाले इलाके में आता है.

दोनों देशों के लोग कर लेते हैं बात
सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो भी वायरल होते रहते हैं, जिसमें लोग इस पार से उस पास खड़े लोगों से बात कर लेते हैं. किशनगंगा और नीलम नदी के बीच कोई फेंसिंग नहीं है, ऐसे में इस किनारे से जब लोग आवाज़ देते हैं, तो दूसरे छोर पर खड़े लोग इसका जवाब भी देते हैं. एक दूसरे को हाथ हिलाकर ग्रीट भी करते हैं और बाय भी करते हैं.

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