भारत ने लगाई UN को करारी फटकार; कहा-‘आतंक को बंद करे दुलारना’

जी हाँ!! भारत ने लगाई UN को करारी फटकार; कहा-‘आतंक को बंद करे दुलारना’…. पाकिस्तान ने यूएन में भारत की शिकायत की है। पाकिस्तान ने यूएन में शिकायत की तो भारत ने संयुक्त राष्ट्र को आड़े हाथों लिया। भारत ने यूएन से कहा कि आतंकवाद को लेकर दोहरा रवैया अब नहीं चल सकता है। दुनिया भर में बढ़ता आतंकवाद संयुक्त राष्ट्र की सत्ता को चुनौती दे रहा है। भारत ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो संयुक्त राष्ट्र के अस्तित्व पर सवाल खड़े हो जाएंगे। भारत ने यूएन में कहा कि आतंकी संगठनों तक कड़ा संदेश जाना चाहिए। यूएन में भारतीय दूत सैयद अकबरुद्दीन ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि कुछ आतंकी संगठनों पर अनियमित बैन लागू करने से संयुक्त राष्ट्र के प्राधिकार पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं और इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

भारत ने लगाई UN को करारी फटकार; कहा-'आतंक को बंद करे दुलारना'

यह भी पढ़ी:- विरोधी हंगामा ही करते रह गये… इधर पीएम मोदी ने कर दिया अगला ‘वार’

संयुक्त राष्ट्र की उत्पत्ति का एक उद्देश्य था। ये उद्देश्य आज कहीं खो सा गया है। दुनिया के सभी देशों के बीच आपसी सद्भाव के मकसद के साथ बने UN पर पक्षपात के आरोप काफी पहले से लगने शुरु हो गए थे। आतंकवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र के रुख पर हमेशआ सवाल खड़े होते रहे हैं। भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर कितनी बार यूएन का आगाह किया लेकिन यूएन ने इसे दोनों देशों का आपसी मामला बताया। हाल के दिनों में पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में तनाव देखने में आया है। पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। अहम बात ये है कि अब भारत की तरफ से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जा रहा है।  जिस से पाकिस्तान खिसियाया हुआ है। भारत की जवाबी फायरिंग में उसे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए पाकिस्तान ने UN की शरण ली है।

यह भी पढ़ी:- डोनाल्‍ड ट्रंप और उनकी पत्‍नी को लेकर ये क्‍या बोल गए शाहरुख खान

आतंकवाद को लेकर दोहरे रवैये पर सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि तालिबान पर बैन लगा है तो इसके नेता को आतंकी घोषित करना चाहिए। भारत ने कहा कि पूरी दुनिया संयुक्त राष्ट्र की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। बता दें कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति के प्रतिनिधिमंडल से तालिबान के नए नेता मुल्ला हैबतुल्ला और ऐसे ही दूसरे लोगों को आतंकियों की लिस्ट में शामिल करने की मांग की थी। सैयद अकबरुद्दीन ने UN में कहा कि आतंकवाद को लेकर अब एकजुट होने की जरूरत है। भारतीय दूत अकबरुद्दीन ने कहा कि तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, आईएसआईएस, अलकायदा जैसे संगठन दुनिया के लिए खतरा बने हुए हैं। इनसे संबंधित संगठन जैसे लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के समर्थक भी कम नहीं हो रहे हैं। ये बेहद चिंताजनक है।

यह भी पढ़ी:- नोटबंदी पर शत्रु ने तोड़ी चुप्पी, पीएम मोदी को बताया दिया हीरो

बता दें कि कश्मीर को लेकर पाकिस्तान ने एक बार फिर से UN में अपना रोना रोया है। पाकिस्तान ने रोते हुए कहा कि भारत तनाव बढ़ा रहा है। दरअसल भारत की मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें। दरअसल भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान में हंगामा मचा हुआ है। पाकिस्तानी सरकार के ऊपर दबाव है कि वो भारत के खिलाफ कड़ा एक्शन ले। लेकिन भारत के खिलाफ किस आधार पर पाकिस्तान कोई एक्शन लेगा। कोई रास्ता नहीं होने पर पाकिस्तान ने UN में गुहार लगाई है। लेकिन भारत ने यूएन को ही आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब आतंकवाद को लेकर दोहरा रवैया नहीं चलेगा। आतंकियों को कड़ा संदेश देने का समय आ गया है। पाकिस्तान की चाल फिर से उल्टी पड़ गई।

Back to top button