भारत-नेपाल के बीच सीमा वार्ता आज से, ‘जेन जी’ आंदोलन के बाद पहली बार आमने-सामने बैठेंगे दोनों देश

भारत और नेपाल के सुरक्षा बलों के प्रमुख बुधवार से वार्षिक सीमा वार्ता करेंगे। सितंबर में काठमांडू में ‘जेन जी’ के नेतृत्व में हिंसक आंदोलन के बाद दोनों बलों – सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) – के बीच यह पहली शीर्ष स्तरीय बैठक होगी।
भारत और नेपाल के सुरक्षा बलों के प्रमुख बुधवार से वार्षिक सीमा वार्ता करेंगे। सितंबर में काठमांडू में ‘जेन जी’ के नेतृत्व में हिंसक आंदोलन के बाद दोनों बलों – सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) – के बीच यह पहली शीर्ष स्तरीय बैठक होगी।
इस बैठक में सीमा पार अपराधों पर अंकुश लगाने और रियल टाइम खुफिया जानकारी साझा करने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। दोनों देशों के बीच ऐसी आखिरी बैठक नवंबर 2024 में काठमांडू में हुई थी।
बयान में कहा गया है कि 9वीं वार्षिक समन्वय बैठक 12-14 नवंबर के बीच होगी। इस बैठक में भारतीय पक्ष का नेतृत्व एसएसबी महानिदेशक (डीजी) संजय सिंघल करेंगे, जबकि नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एपीएफ महानिरीक्षक (आइजी) राजू आर्यल करेंगे।
एसएसबी ने कहा है कि बैठक में सीमा पार अपराधों की संयुक्त रोकथाम के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करने, रियल टाइम में सूचना साझा करने के लिए तेज और अधिक कुशल चैनल स्थापित करने और भारत-नेपाल सीमा पर शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समन्वित सीमा प्रबंधन को मजबूत करने पर जोर दिए जाने की उम्मीद है।
एसएसबी नेपाल से लगती 1,751 किलोमीटर लंबी बिना बाड़ वाली सीमा की रक्षा करता है। यह 699 किलोमीटर लंबी भारत-भूटान सीमा की भी रक्षा करता है।





