भारत और इजराइल मिलकर बनाएंगे मिसाइल, जल्‍द मिल सकती है एप्रुवल

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून में होने वाली इजराइल की यात्रा से पहले दोनों देशों के बीच होने वाले सामरिक करार को केबिनेट से हरी झंडी मिलने की संभावना है। 17 हजार करोड़ की इस डील के अंतर्गत दोनों देश मीडियम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल तैयार करेंगे। यह सिस्टम सेना के लिए तैयार किया जाएगा। वर्ष 1992 के बाद पहली बार होगा जब भारत का कोई प्रधानमंत्री इजरायल का दौरा करेगा। इससे पूर्व वर्ष 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इजराइल का दौरा भी किया था। पीएम मोदी, भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय संबंधों के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर इजरायल जाएंगे।भारत और इजराइल मिलकर बनाएंगे मिसाइल, जल्‍द मिल सकती है एप्रुवल 

200 मिसाइल होंगी तैयार

पीएम मोदी के नेतृत्व में बुधवार को हुई सीसीएस की बैठक में इस डील पर आगे बढ़ने पर सहमति जताई गई। साथ ही इसपर डीआरडीओ को इजराइल एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री के साथ मिलकर काम करने को भी कहा गया है। इस करार के तहत इस तरह की करीब 200 मिसाइल तैयार की जाएंगी। इनकी मारक क्षमता 50 किमी से लेकर 70 किमी तक होगी। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक यह मिसाइल सिस्टम बराक सिस्टम पर आधारित होगा, जो कि पहले से ही भारत में इस्तेमाल हो रहा है। इसमें समय और जरूरत के हिसाब बदलाव किया जाएगा।

भारत में ही तैयार किया जाएगा सिस्टम

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सिस्टम भारत में ही तैयार किया जाएगा, जिसमें भारत का 80 फीसद तक सहयोग होगा। इस सिस्टम को तैयार करने के लिए 2023 तक का समय डीआरडीओ को दिया जाएगा। इसके बाद सिस्टम की डिलीवरी करनी होगी। इसके अलावा दोनों देशों के बीच एडवांस्ड लॉन्ग रेंज के फॉल्कान एयरबॉन वार्निंग सिस्टम (AWACS) की खरीददारी पर बात करेंगे। पिछले वर्ष ही सीसीएस ने अवाक्स की खरीददारी को हरी झंडी दी थी। फिलहाल भारत ने इस सिस्टम को IL-76 विमान पर लगाया हुआ है।

सबसे बड़ा हथियार आयातक देश है भारत

गौरतलब है कि पिछले दिनों स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रीसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) के जारी नए आंकड़ों के मुताबिक बीते चार वर्षों में भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया में हथियारों की कुल बिक्री का 13 फीसदी हथियार भारत द्वारा खरीदा जाता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2007-11 और 2012-16 के बीच भारत ने हथियारों के निर्यात में 43 फीसदी का इजाफा किया है।

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