भगवान राम की प्रतिमा को लेकर राजभर बोले- नन्हे-मुन्ने शिक्षा को तरसे स्टैच्यू पर करोड़ों बरसे…

प्रदेश के नन्हे-मुन्ने जहां शिक्षा व स्वास्थ्य को लेकर तरस रहे हैं वहीं स्टैच्यू पर करोड़ों बरस रहे हैं। सरकार यदि यही रुपया देश के भविष्य नौनिहालों की शिक्षा मजबूत करने पर लगाती तो ज्यादा बेहतर होता। ये बातें पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को यूपी के हरदोई जिले में कही। भगवान राम की प्रतिमा को लेकर राजभर बोले- नन्हे-मुन्ने शिक्षा को तरसे स्टैच्यू पर करोड़ों बरसे...

उन्होंने कहा कि सरकार को स्टैच्यू पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बजाय यह रुपया गरीबों की शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं पर लगाना चाहिए था। अतिपिछड़ा और अतिदलित लोगों के कल्याण के लिए अतिपिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी की रिपोर्ट आ चुकी है। लेकिन सरकार उसे ठंडे बस्ते में डाले हुए है। इस रिपोर्ट को लागू कराने के लिए जनता को जागरूक कर रहे हैं।

अब अयोध्या में सरयू तट पर राम की भव्य प्रतिमा स्थापित करने में सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना है

उन्होंने कहा कि कुंभ पर सरकार 300 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। सरदार पटेल की मूर्ति पर 3000 करोड़ रुपये खर्च किए गए। अयोध्या में दीपावली पर्व पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए। अब अयोध्या में सरयू तट पर राम की भव्य प्रतिमा स्थापित करने में सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना है।

उन्होंने कहा कि हम इसके विरोधी नहीं है, परंतु सरकार को सबसे पहले शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। प्राथमिक स्कूलों में एक लाख 69 हजार अध्यापकों की नियुक्ति करके 70 लाख बच्चों को शिक्षा मिलती। परंतु सरकार ने इसे निरस्त कर दिया।

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