बड़ा फैसला: केंद्र सरकार नहीं बढ़ाएगी बेसिक सैलरी, 18 हजार से ही शुरू होगा वेतन
हालांकि केंद्रीय कर्मचारी संगठन सरकार से बेसिक सैलरी को 26 हजार रुपये करने की मांग कर रहे थे। लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि सरकार केवल वेतन आयोग की सिफारिशों को मानेगी।
अब ये है नया एचआरए
नए फैसले के मुताबिक एक्स, वाई और जेड श्रेणी के शहरों के लिए क्रमश: 24, 16 और 8 फीसदी एचआरए तय किया गया है। एक्स श्रेणी के शहरों में कार्यरत कर्मचारियों को 5400, वाई श्रेणी के शहरों में कार्यरत कर्मचारियों को 3600 और वाई श्रेणी के शहरों में कार्यरत कर्मचारियों को 1800 रुपये से कम एचआरए नहीं मिलेगा। इसका लाभ 7.5 लाख कर्मचारियों को हासिल होगा।
महंगाई भत्ता दो चरणों में संशोधित होगा। महंगाई भत्ता 50 फीसदी से पार होने पर एक्स, वाई और जेड श्रेणी के शहरों में एचआरए क्रमश: 27, 18 और 9 फीसदी होगा। वहीं महंगाई भत्ता 100 फीसदी पार होने पर एचआरए क्रमश: 30, 20 और 10 फीसदी होगा। ये दरें तभी लागू होंगी जब महंगाई भत्ता क्रमश: 25 और 50 फीसदी की सीमा लांघ जाएगा।
पेंशनरों का मेडिकल भत्ता दोगुना
कैबिनेट में पेंशनरों को मेडिकल भत्ते के रूप में 500 रुपये की जगह 1000 रुपये प्रतिमाह देना तय किया है।
सियाचिन भत्ता बढ़ा
सियाचिन में तैनात जवानों को भत्ते के तौर पर हर महीने 14000 की जगह 30000 रुपये मिलेंगे। अधिकारियों कासियाचीन भत्ते को को 21000 रुपये से बढ़ा कर 42500 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।
कुछ अन्य सिफारिशें जो मंजूर की गईं
1. चिल्ड्रेन एजुकेशन भत्ते को प्रति माह 1500 रुपये से बढ़ा कर 2250 रुपये (एक बच्चे के लिए) कर दिया गया है। यह अधिकतम दो बच्चे के लिए लागू है।
2. विकलांग महिलाओं को को बच्चों की देखभाल के लिए जो भत्ता दिया जाता था उसे 1500 रुपये से बढ़ा कर 3000 रुपये कर दिया गया है।
3. नागरिकों के लिए उच्च शिक्षा अलाउंस 2000 -10000 से बढ़ा कर 10000-30000 के दायरे में लाया गया है।
क्या थी वेतन आयोग की रिपोर्ट
मुख्य विवाद एचआरए को ले कर था। वेतन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में तीन श्रेणियों एक्स, वाई और जेड केलिए शुरू में क्रमश: 28, 16 और 8 फीसदी तय करने का सुझाव दिया था। आयोग का सुझाव था कि डीए 50 फीसदी तक पहुंचने पर एचआरए की दर क्रमश: 27, 18 और 9 फीसदी और इसके बाद डीए के सौ फीसदी तक पहुंच जाने पर एचआरए की दर 30, 20 और 10 फीसदी हो। कर्मचारी यूनियन इस सिफारिश से संतुष्ट नहीं थे।