बड़ा खुलाासा: कांग्रेस के राज में दनादन होती थी नोटों की छपाई

पीएम मोदी की काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक से कांग्रेस ने बड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी विपक्ष पार्टीयों के साथ मिलकर लोगों को भड़काने में लगे हैं। जब जनता को कोई परेशानी नहीं है तो फिर कांग्रेस को क्यों दिक्कत हो रही है? जाहिर सी बात है हो भी क्यों न कांग्रेस का नकली नोटों का छापने का कारोबार जो ठप्प हो गया! कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में कानूनी तौर पर नकली नोट छापे हैं! जी हाँ, ये कोई आरोप या झूठ नहीं ये सच है जिसे सुनने के बाद आपको हैरानी होगी।
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आज हम आपके सामने कुछ ऐसे प्रुफ लाए है जो इस बात को साबित करता है ये सबूत CAG रिपोर्ट से लिए गए हैं और कुछ तथ्य अतीत में की गई जांच से लिए गये हैं!
करेंसी नोटों को छापने और चढ़ाने का काम करने वाली सिक्यूरिटी प्रिटिंग और मिंटिंग कॉरपोरेशन ने 2014 में RBI गवर्नर सुब्बा राव के हस्ताक्षर के साथ करेंसी नोटों को छापा था, जबकि सुब्बा राव का कार्यकाल 2013 में ही समाप्त हो चुका था!
2. इससे पहले 2010 में, कांग्रेस ने सबसे बड़ा खेल खेला और देश के लिए सबसे बड़े खतरे को आमंत्रित किया था! जब लाख करोड़ रुपयों की धुन पर करेंसी नोटों को छापने के लिए अमेरिका,ब्रिटेन एंड जर्मनी से सौदा किया! यह फैसला देश की संप्रभुता के लिए एक खतरा था।
3. ठीक ऐसी घटना 1997-98 में भी दोहराई गई थी, RBI ने 1 लाख करोड़ रुपयों की प्रिंटिंग से जुड़ा सौदा किया था!
4. CVC ने कई बार वित् मंत्रालय को सप्लायर द्वारा नकली करेंसी के छापने के बारे में शिकायत की थी! लेकिन, वित मंत्रालय ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी!
नमनभारत.कॉम से साभार