ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए दही में मिलाकर खाएं ये सीड्स

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और अस्वस्थ खानपान की वजह से ब्लड शुगर और मोटापे की समस्या आम हो गई है। इन दोनों ही हेल्थ कंडीशन की वजह से सेहत को और भी कई परेशानियां शुरू हो सकती हैं। इसलिए इनसे बचाव करना जरूरी है।
कुछ प्राकृतिक उपाय भी इन समस्याओं से बचाव में मदद कर सकते हैं। अगर आप रोज एक कटोरी दही में अलसी के बीज मिलाकर खाना शुरू कर दें, तो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है। अलसी न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है, बल्कि वजन घटाने में भी कारगर है। आइए जानें दही में अलसी के बीज मिलाकर खाने के क्या फायदे हैं।
अलसी के बीज और दही के फायदे
ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार
अलसी के बीज में फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर पाचन को धीमा करके ब्लड में ग्लूकोज के अब्जॉर्प्शन को कम करता है, जिससे शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। साथ ही, दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाने में मददगार हैं।
वजन घटाने में मदद
अलसी के बीज में हाई फाइबर और हेल्दी फैट्स होते हैं, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं और अनहेल्दी क्रेविंग्स को कम करते हैं। दही प्रोटीन से भरपूर होता है, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और फैट बर्न करने में मदद करता है। इस कॉम्बिनेशन को नाश्ते में शामिल करने से वजन कम करने में आसानी होती है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
दही और अलसी दोनों ही पाचन के लिए बेहद फायदेमंद हैं। अलसी के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कब्ज की समस्या को दूर करते हैं, जबकि दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया आंतों की सेहत को सुधारते हैं।
दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके दिल की बीमारियों के जोखिम को घटाता है। दही भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
इन सावधानियों का रखें ध्यान
अलसी के बीज को ज्यादा मात्रा न खाएं, क्योंकि इससे पेट में गैस या अपच हो सकती है।
प्रेग्नेंट महिलाएं और लो ब्लड प्रेशर के मरीज डॉक्टर की सलाह के बाद ही अलसी खानी चाहिए
अलसी के बीज को हमेशा पीसकर या भिगोकर ही खाएं, क्योंकि पूरे बीज पचने में मुश्किल होते हैं।