ब्लड वुमन ऑफ कश्मीर के नाम से मशहूर बिलकीस आरा ने पेश की एक और मिसाल

कुपवाड़ा: हंदवाड़ा की रहने वाली बिलकीस आरा, जिन्हें पूरे कश्मीर में “ब्लड वुमन ऑफ कश्मीर” के नाम से जाना जाता है, ने मंगलवार को उप-जिला अस्पताल (SDH) कुपवाड़ा में अपना 40वां रक्तदान कर एक बार फिर मानवता और महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की।
बिलकीस आरा की यह निस्वार्थ सेवा न सिर्फ लोगों की जिंदगियां बचा रही है, बल्कि समाज को रक्तदान के लिए जागरूक करने में भी अहम भूमिका निभा रही है। रक्तदान के इस महत्त्वपूर्ण मौके पर उन्होंने कहा कि, “महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। सभी को आगे आकर रक्तदान करना चाहिए ताकि अनमोल जिंदगियों को बचाया जा सके।”
इस कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त कुपवाड़ा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुपवाड़ा समेत अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। सभी ने बिलकीस आरा की इस लगातार मानवीय सेवा की प्रशंसा की। बिलकीस ने विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं से स्वेच्छा से रक्तदान करने की अपील करते हुए कहा कि “एक यूनिट खून कई ज़िंदगियां बचा सकता है।”
उनकी इस पहल ने न सिर्फ कश्मीर में बल्कि पूरे देशभर में जागरूकता और करुणा का संदेश फैलाया है। बिलकीस आरा आज के समय में उन चंद लोगों में शामिल हैं जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निस्वार्थ रूप से आगे बढ़ रहे हैं।