ब्यास दरिया से लगते गांवों में बाढ़ की स्थिति भयंकर, प्रशासन व लोगों की उड़ी नींद

कई दिनों से पहाड़ी इलाकों और राज्य भर में हो रही लगातार बारिश ने दरिया किनारे रहने वाले लोगों को भारी नुक्सान पहुंचाया है, वहीं विभिन्न शहरों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ब्यास दरिया की बात करें तो सोमवार दोपहर तक हरिके हैड वर्क्स में पहुंचे 2 लाख 85 हजार क्यूसिक पानी में से हुसैनी वाला डाउनस्ट्रीम के लिए 2 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया।
लगातार हो रही बारिश के कारण ब्यास दरिया में जलस्तर और बढ़ने के आसार हैं, जिससे बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है जिसने प्रशासन और लोगों की नींद उड़ा रखी है। इसी बीच गांव मरड़ में 500 फुट लंबा तटबंध टूट गया है जिससे ग्रामीणों में काफी दहशत है और प्रशासन व ग्रामीण इसे ठीक करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि आने वाले दिनों में लगातार बारिश के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। विभाग द्वारा की गई यह भविष्यवाणी सच होती दिख रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण दरिया-नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ब्यास दरिया के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव हर साल जलभराव के कारण बर्बादी की कगार पर पहुंच जाते हैं, क्योंकि ब्यास दरिया के पानी के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो जाती हैं, जिससे जलस्तर नीचे जाने के बाद खेतों में आई रेत को हटाने में किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।