‘बेदर्दी’ से शाह रुख खान ने छीन ली थी अजय देवगन की ऑडियंस

2 नवंबर को शाह रुख खान 60वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके दिन को खास बनाने के लिए उनका फिल्म फेस्टिवल होगा, जिसमें उनकी 7 फिल्में दिखाई जाएंगी। उनके जन्मदिन के खास मौके पर निर्देशक अब्बास मस्तान ने भी ‘बाजीगर’ से जुड़े कई बेहतरीन किस्से सुनाए:

हिंदी सिनेमा के नायक की खास छवि रही है। पिछली सदी के अंतिम दशक में अभिनेता शाह रुख ने फिल्म बाजीगर से हीरो की छवि को परंपरागत ढांचे से निकाला। इसमें वह पहली बार एंटी हीरो के तौर पर नजर आए।

यह नायक पूर्ववर्ती एंग्री यंग मैन की व्यापक सामाजिक भाषा नहीं बोलता, बल्कि एक व्यक्तिगत जुनून की दुनिया में ही रहता है। अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी।

रिजेक्ट होकर शाह रुख के पास गई थी ‘बाजीगर’

शाह रुख की 60वीं जन्मतिथि पर इस फिल्म से जुड़ी यादों को ताजा करते हुए अब्बास कहते हैं कि इस फिल्म को पहले कई बड़े कलाकारों को ऑफर किया गया था, लेकिन वह डरते थे कि हमारी छवि वैसी नहीं है। हमें स्क्रिप्ट पर यकीन था, वहीं शाह रुख में भूमिका को लेकर आत्मविश्वास था। उन्होंने कहा कि मैं यह रोल करुंगा। अच्छा हुआ कि कुछ एक्टरों ने मना किया। शाह रुख ने भूमिका के साथ न्याय किया उसे यादगार बनाया।

दिल्ली में हुई थी बाजीगर की शूटिंग

शाह रुख दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं तो दिल्ली में शूटिंग की लोकेशन को उन्होंने ही दिखाया था। यही नहीं दिल्ली में शूटिंग के दौरान हम होटल में नहीं उनकी पत्नी गौरी के घर पर ही ठहरे थे। गौरी का पूरा परिवार हमसे परिचित है। शूटिंग के दौरान ही हमें अहसास हो गया था कि यह हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार बनेंगे। मस्तान कहते हैं शाह रुख की अच्छी बात यह है कि उनकी रेंज काफी बड़ी है।

वह एक-एक सीन को तीन-चार तरीके से परफॉर्म करके उसके विकल्प देते थे। आपको ऐसे चाहिए या वैसे या ऐसे। वरना ज्यादातर निर्देशकों को कलाकारों को समझाना पड़ता है। यहां पर शाह रुख हमें विकल्प देते थे। हमारे लिए चुनना मुश्किल होता था कि कौन सा फिल्म में रखें। फिर किरदार की मांग के हिसाब से चुनते थे। हमारी फिल्म में उन्होंने हयूमर किया था, गाने गाए थे, रोमांटिक सीन सब किया था। उनमें चार्म है कि हर किसी को लुभा लेते हैं। तो यकीन था कि रोमांटिक फिल्मों में सफल रहेंगे।

यह फिल्म दीवाली पर रिलीज हुई थी

अब्बास बताते हैं उस समय बाजीगर के साथ अजय देवगन की बेदर्दी रिलीज हुई थी। हमारी फिल्म के प्रीमियर में यश चोपड़ा (फिल्ममेकर) जी बैठे हुए थे। जैसे ही फिल्म खत्म हुई उन्होंने हमें पीछे बुलाया और हमें गले लगाया और कहा कि आपने कमाल की फिल्म बनाई है। दरअसल, उनकी फिल्म डर रिलीज के लिए तैयार थी। उसमें भी शाह रुख ने निगेटिव भूमिका निभाई थी।

उन्हें कहीं संशय था कि फिल्म को दर्शक स्वीकार करेंगे या नहीं, लेकिन हमारी फिल्म को देखकर उन्हें लगा कि हमारी फिल्म सफल हुई तो उनकी फिल्म को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। हमारी फिल्म जब रिलीज हुई तो हम बांद्रा स्थित सिंगल स्क्रीन गेटी गैलेक्सी गए थे। वहां पर दर्शकों की प्रतिक्रिया देखकर एक बार हम भी चौंक गए। उसमें एक सीन था जिसमें शाह रुख टेरिस से शिल्पा शेट्टी को गिराते हुए डायलॉग बोलते हैं। शायद दर्शकों को अहसास हो गया था कि यह कुछ गड़बड़ करेगा। तो जब शिल्पा गिरती हैं तो सबकी चीख निकल गई थी।

नीचे आने पर जब शाह रुख उसके पास से गुजरता है तो दर्शक ताली और सीटी मार रहे थे। हमने तो यह सोचा ही नहीं था। यह प्रतिक्रिया देखकर हम ही चौंक गए थे। वहीं से अहसास हो गया कि इस फिल्म को कोई हिला नहीं सकता।

बाजीगर के लिए शाह रुख को मिला था फिल्मफेयर अवॉर्ड

मस्तान कहते हैं जिस दिन फिल्मफेयर अवॉर्ड हो रहा था तब रमजान चल रहे थे। हम अवॉर्ड नाइट से जल्दी वापस आए गए थे। फिल्म को कई श्रेणी में अवॉर्ड मिले थे। शाह रुख को अवॉर्ड मिला तो उन्होंने हमको वहां पर ढूंढा होगा। तब मोबाइल फोन होता नहीं था कि संपर्क कर सकें। सुबह चार बजे शाह रुख, संगीतकार अनु मलिक और वीनस कंपनी के सभी भाई सब ट्रॉफी लेकर हमारे घर आए। हम सब सोए हुए थे।

अब्बास भाई की पत्नी ने दरवाजा खोला तो देखा सामने शाह रुख खड़े हुए हैं। उनके हाथ में ट्रॉफी थी। उन्होंने कहा कि मैं सीधा गौरी के पास घर जा सकता था, मेरे करियर की पहली ट्रॉफी मिली है, लेकिन आपका आशीर्वाद लिए बगैर नहीं जा सकता था। यह ट्रॉफी आपकी वजह से है। यह बात हम कभी नहीं भूल सकते।

शाह रुख खान को दी जन्मदिन की बधाई

शाह रुख की 60वीं जन्मतिथि पर बधाई देने के साथ अब्बास कहते हैं कुछ लोगों का व्यक्तित्व मैगनेट की तरह होता है। आपको खींच लेता है। शाह रुख के साथ भी वैसा ही है। उनका सेंस आफ ह़यूमर कमाल का है। आप कोई भी सवाल पूछो उसका जवाब हमेशा तैयार मिलेगा। बाजीगर के समय शाह रुख करीब 27 साल के थे। आज उससे भी ज्यादा हैंडसम लग रहे हैं।

मस्तान कहते हैं सफलता के बावजूद बहुत विनम्र हैं। हम तो चाहते हैं कि बहुत सारा काम करें और दर्शकों को खूब एंटरटेनमेंट करें। उनके बेटे आर्यन का जन्म भी हमारे सामने हुआ था। बेटी सुहाना एक्टिंग कर रही है। शाह रुख खुश रहे स्वस्थ रहे मालिक उन्हें लंबी उम्र दें। यही हमारी दुआ है।

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