बेटी को स्कूटी लेने के लिए बोरे में सिक्के भरकर शोरूम पहुंचा किसान

बजरंग राम भगत एक नॉर्मल किसान हैं। खेती-किसानी के अलावा वे गांव में अंडे और चने की एक छोटी दुकान भी चलाते हैं, उनकी आमदनी बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि इस दिवाली अपनी बेटी को कुछ खास तोहफा जरूर देंगे।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का एक छोटा सा गांव है, केसरा। इसी गांव के एक किसान बजरंग राम भगत इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। वजह है उनकी अपनी बेटी के लिए की गई एक प्यारी और प्रेरणादायक पहल. बजरंग राम भगत ने अपनी बेटी चंपा को दिवाली के मौके पर स्कूटी गिफ्ट की, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने इसे खरीदा वही लोगों के दिल जीत रहा है, उन्होंने यह स्कूटी करीब 40 हजार रुपये के सिक्कों से खरीदी, जिसका वीडियो अब इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
बजरंग राम भगत एक नॉर्मल किसान हैं। खेती-किसानी के अलावा वे गांव में अंडे और चने की एक छोटी दुकान भी चलाते हैं, उनकी आमदनी बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि इस दिवाली अपनी बेटी को कुछ खास तोहफा जरूर देंगे। चंपा लंबे समय से स्कूटी चाहती थी ताकि वह कॉलेज जा सके और घर के छोटे-मोटे कामों में मदद कर सके। पिता ने बेटी की ये ख्वाहिश पूरी करने का मन बना लिया।
किसान पिता ने बेटी के लिए खरीदी स्कूटी
इसके बाद उन्होंने छह महीने तक लगातार मेहनत की। खेत में काम करने के बाद दुकान भी संभाली और धीरे-धीरे हर दिन कुछ पैसे बचाते रहे। जब भी उनके पास सिक्के आते वे उन्हें संभालकर रख लेते थे। आखिरकार इतने महीनों की मेहनत के बाद उनके पास करीब 98 हजार 700 रुपये इकट्ठा हो गए।
शोरूम में लोग हुए हैरान
जब बजरंग राम भगत स्कूटी खरीदने शोरूम पहुंचे तो वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए, उन्होंने करीब 40 हजार रुपये के 10 और 20 रुपये के सिक्के बोरी में भरकर लाए थे। बाकी रकम नोटों में दी। शोरूम स्टाफ के लिए यह एक अनोखा अनुभव था, लेकिन किसान की भावना देखकर शोरूम मालिक ने खुद भी सहयोग दिखाया और अपनी टीम को सिक्के गिनने के काम में लगा दिया। बताया जाता है कि सिक्कों की गिनती में करीब तीन घंटे का समय लगा। पूरा स्टाफ मिलकर गिनती करता रहा और इस बीच पिता-पुत्री दोनों मुस्कुराते हुए इंतजार करते रहे। आखिरकार जब रकम पूरी गिनी गई तो स्कूटी का सौदा पूरा हुआ। वीडियो में देखा जा सकता है कि बजरंग राम भगत अपनी बेटी के साथ स्कूटी शोरूम में बैठे हैं और चारों ओर कर्मचारी सिक्के गिनने में व्यस्त हैं। जैसे ही स्कूटी की डिलीवरी होती है। चंपा की खुशी देखने लायक होती है, उसने बताया कि अब वह इस स्कूटी से घर के कामों में मदद करेगी और परिवार के लिए जरूरत की चीजें लाने-ले जाने में काम आएगी।





