बुलंदशहर में युवक ने मंदिर में की दो साधुओं की हत्या, संत समाज खुद करेगा जांच

न्यूज डेस्क
यूपी के बुलंदशहर में सोमवार देर रात हुई साधुओं की हत्या पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषध ने कड़े शब्दों में इस हत्याकांड निन्दा की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने साधुओं की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए योगी सरकार से इस जघन्य हत्याकांड के जल्द खुलासे और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजे जाने की मांग की है।
महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि चिमटा चोरी के आरोप में साधुओं की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना निंदनीय है। उन्होंने कहा है कि पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है और पूछताछ कर रही है, लेकिन घटना की पूरी सच्चाई लोगों के सामने आनी चाहिए।
उप्र के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है.
इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है. इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 28, 2020
वहीं यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस हत्याकांड को लेकर योगी सरकार सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि यूप के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है।
इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है। इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।
दरअसल, बुलंदशहर में अनूपशहर कोतवाली क्षेत्र के पगोना गांव में एक शिव मंदिर है। शिव मंदिर में रहने वाले 55 वर्षीय साधु जगनदास और 35 वर्षीय साधु सेवादास की सोमवार रात हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले।
बताया जा रहा है कि हत्या की इस वारदात को जब अंजाम दिया गया उस वक्त दोनों साधु सो रहे थे। गांववालों ने आरोपी को पकड़ लिया। इस सूचना के बाद पूरे इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बुलन्दशहर के डीएम और एसएसपी को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने दोनों साधुओं की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को नशा करने वाला बताया जा रहा है। वहीं, शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने हत्या का कारण भी बताया है।
उप्र के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है.
इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है. इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 28, 2020
बुलंदशहर के SSP संतोष कुमार सिंह ने घटना पर जानकारी देते हुये बताया, ‘आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि कुछ दिन पहले आरोपी ने साधुओं का चिमटा उठा लिया था, जिसे लेकर साधुओं ने उसे डांट फटकार लगा दी थी। इसके बाद आरोपी ने आज दोनों साधुओं की हत्या कर दी।’
उधर अयोध्या के संत समाज ने बुलंदशहर की घटना पर काफी आक्रोश व्यक्त किया है। संत समाज का कहना है कि वर्ग विशेष के लोग भगवाधारियों को टारगेट कर उनकी हत्या कर रहे हैं। ये बेहद निंदनीय है। संतों ने मांग की है कि केंद्र और प्रदेश सरकार दोषियों को चिन्हित कर उनके ऊपर कठोर कार्रवाई करें, फांसी की सजा दें। यही नहीं संतो ने ये भी ऐलान किया है कि लॉकडाउन क बाद महाराष्ट्र और बुलंदशहर की घटना की वो खुद जांच करेंगे।