बीस दिन पहले जो प्याज 30 से 35 रुपये प्रति किलोगा्रम मिलती थी आज 60 रुपये में..

सुनती हो जी, प्याज जरा कम ही सब्जी में डाला करो। क्यों, मंडी में प्याज खत्म हो गई क्या..। नहीं, प्याज है लेकिन, महंगा है। बाजार से वापस आते समय प्याज ले आइएगा। घर में नहीं है। कुछ ऐसा ही संवाद एक घर में दंपती के बीच चल रहा था। 20 दिन पहले जो प्याज 30 से 35 रुपये प्रति किलोग्राम मिलती थी, अब 60 रुपये में मिल रही है। इससे सब्जी व सलाद से प्याज गायब होती जा रही है और किचेन का बजट गड़बड़ हो रहा है। यही नहीं, अन्य सब्जी के भाव भी बढ़े हुए हैं। माना जाता है कि एक परिवार में हर सप्ताह करीब 200 रुपये के सब्जी की खपत होती थी। इसमें आलू, टमाटर से लेकर अन्य सीजनल सब्जियां शामिल होती थीं। लगातार हो रही बारिश के बाद जहां सब्जियों की आवक कम हुई है, वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खेती पर भी असर पड़ा है। ऐसे में मध्यमवर्गीय व जरूरतमंदों की थाली में सब्जियों की उपलब्धता कम होती जा रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक सब्जी व्यवसाई ने बताया कि प्याज, लहसुन जैसी सब्जियों की बड़े स्तर पर जमाखोरी हो जाती है। इससे आम जनता तक इसकी पहुंच नहीं हो पाती और लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ता है। गृहणी ममता सिंह, रोली गुप्ता, राधा पांडेय कहती हैं कि प्याज के साथ ही अन्य सब्जियों की महंगाई से रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। सब्जी आज का मूल्य 20 दिन पहले का दाम
प्याज 60 35
टमाटर 40 25
तरोई 40 30
लौकी 30 20
बैगन 40 35
शिमला मिर्च 80 60
खीरा 60 40
घुइया 40 35
गोभी 40 30





