बीमारी से पीड़ित रेल कर्मियों के उपचार, प्रक्रिया शुरू

बीमारी से पीड़ित रेल कर्मियों के उपचार में अब असानी होगी। इसके लिए सरकार ने एक नई सुविधा शुरू की है। इसके तहत रेल कर्मियों को अब उम्मीद कार्ड जारी किया जाएगा। कार्डधारक कर्मचारी बीमारी का इलाज रेलवे अस्पताल के अलावा रेल से जुड़े सुविधाओं से लैस प्राइवेट अस्पतालों में भी करा सकेंगे।

पूर्वोत्तर रेलवे के गोंडा परिक्षेत्र के तहत छह हजार रेलकर्मी हैं। इस परिक्षेत्र में गोंडा- जरवल, गोंडा-पयागपुर, गोंडा-बढ़नी, गोंडा-बस्ती, मनकापुर रामघाट तक के कर्मचारी आते हैं। इन कर्मियों को उम्मीद कार्ड जारी किया जाएगा। सभी कर्मियों को नाम फीड कराए जाने की जानकारी दी जा रही है। इसके बाद अब कर्मियों सहित उनकी पत्नी व बच्चों का नाम और आधार कार्ड की कॉपी विभाग को देनी होगी। साथ ही एक फार्म भी भरना पड़ेगा। जिसमें कर्मचारी का मोबाइल नंबर भी रहेगा। प्रकिया पूरी होने के बाद उनको कार्ड जारी कर दिया जायेगा। हालांकि डीजल शेड, परिचालन, वाणिज्यिक विभाग, इंजीनियरिग विभाग, सिग्नल व दूरसंचार विभाग सहित सभी को इसकी जानकारी देकर अफसरों ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

108 प्राइवेट अस्पतालों में होगा उपचार

-सीनियर डीएमओ एसके मिश्रा की मानें तो रेलवे ने रेलकर्मियों को बेहतर इलाज की सुविधा के लिए देश के 108 अस्पतालों को जोड़ा गया है। जिसमें असानी से अपने नजदीक के अस्पताल में रेल कर्मचारी उपचार करा सकेंगे। इससे रेल कर्मियों को इलाज में बेहतर सुविधा मिल सकेगी।

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