बीजेपी नेता ने कहा- ‘जिस देश का खाते हैं, उसकी वंदना करने में क्या बुराई’

मुंबई. ‘वंदे मातरम्’ को लेकर शुरू हुआ विवाद शुक्रवार को विधानसभा तक पहुंच गया। अबू आजमी पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने कहा कि जिस देश का खाते हैं, जिसकी मिट्टी में दफन होते हैं, उसकी वंदना करने में क्या बुराई है। खडसे ने कहा कि इस देश में रहना है तो ‘वंदे मातरम्’ कहना ही होगा। वहीं, भाजपा विधायक राज पुरोहित ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को खत लिखकर ‘वंदे मातरम्’ अनिवार्य किए जाने की मांग की है।
बीजेपी नेता ने कहा- ‘जिस देश का खाते हैं, उसकी वंदना करने में क्या बुराई’
 
– शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक अनिल गोटे ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि अबू आजमी ने बयान दिया है कि वे यह देश छोड़ने को तैयार हैं, लेकिन वंदे मातरम् नहीं बोलेंगे।
– उन्होंने कहा कि शहीद अब्दुल हमीद ने मरने से पहले भारत माता की जय और वंदे मातरम् का नारा लगाया था।

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– सदन में मौजूद आजमी ने कहा कि इस्लाम मुझे अल्लाह के अलावा किसी और की पूजा की इजाजत नहीं देता। देश से मोहब्बत का पैमाना गीत नहीं हो सकता। मैं हजार बार हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा लगा सकता हूं, लेकिन वंदेमातरम् नहीं गाऊंगा।

– उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज की सेना में मुसलमान थे। उनके वकील मुसलमान थे। देश के लिए बड़ी संख्या में मुसलमानों ने बलिदान दिया है। मेरे बयान का गलत अर्थ लगाया जा रहा है।
– खडसे ने आजमी पर जवाबी हमला बोला और कहा कि ‘वंदे मातरम्’ का मतलब होता है हे मां तुझे सलाम, इसमें क्या गलत है।
– वहीं, कांग्रेस विधायक असलम शेख ने कहा कि मैं खडसे की बात का समर्थन करता हूं। हमें वंदे मातरम् के पहले दो पैरा से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आगे का हिस्सा जिसमें धरती की पूजा की बात की गई है, वह इस्लाम के खिलाफ है।
 
पठान-पुरोहित में धक्कामुक्की
– विधानभवन परिसर में स्थित मीडिया स्टैंड पर एमआईएम विधायक वारिस पठान और भाजपा विधायक राज पुरोहित के बीच धक्कामुक्की हो गई।
– दरअसल वारिस पठान मीडिया स्टैंड पर बयान दे रहे थे, उसी समय भाजपा के राज पुरोहित, अनिल गोटे और कैप्टन तमिल सेल्वन भी पहुंच गए। पुरोहित ने उन्हें धक्का देकर स्टैंड से हटा दिया। इसको लेकर दोनों के बीच धक्का मुक्की होने लगी।
– बाद में सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करके मामले को शांत किया और पठान को विधान सभा में ले गए। गुस्साए पठान ने भाजपा को जमकर कोसा।

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