बिहार पुलिस का नया आदेश, ड्यूटी के दौरान मेकअप और रील बनाना सख्त मना

बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक नई अनुशासनात्मक गाइडलाइन जारी करते हुए महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान मेकअप और गहनों के इस्तेमाल से रोक दिया है। साथ ही, वर्दी में सोशल मीडिया रील बनाना, हथियारों का प्रदर्शन करना और ड्यूटी के समय ब्लूटूथ डिवाइस के निजी उपयोग को भी अनुशासनहीनता माना गया है।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने महिला पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान मेकअप करने से परहेज़ करने का सख्त निर्देश जारी किया है। यह कदम बल के भीतर अनुशासन को सख्ती से लागू करने की मंशा से उठाया गया है। गुरुवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की।
एडीजी (कानून व्यवस्था) पंकज दराड़ के कार्यालय से जारी इस आदेश में कहा गया है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और फोटो वायरल हुए, जिनमें महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान भारी मेकअप और गहनों में रील बनाते हुए नजर आईं। इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए कार्रवाई की बात कही गई है।
ये मानी जाएंगी अनुशासनहीनता:
ड्यूटी के दौरान मेकअप और गहनों का प्रयोग
पुलिस यूनिफॉर्म को अनुचित तरीके से पहनना
सोशल मीडिया रील बनाना, हथियारों का प्रदर्शन करना
ड्यूटी के दौरान ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए गाने सुनना या निजी कॉल करना
पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि ये गतिविधियां कर्मियों का ध्यान उनके कर्तव्यों से भटकाती हैं और विभाग की छवि पर भी असर डालती हैं। यह निर्देश पुरुष पुलिसकर्मियों पर भी लागू होगा, जिनसे ड्यूटी के दौरान निर्धारित वर्दी नियमों का पालन करने को कहा गया है।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी
मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि निर्देशों की अवहेलना करने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। सभी एसपी, एसएसपी, डीआईजी और आईजी स्तर के अधिकारियों को निर्देश की कॉपी भेज दी गई है और आदेश को सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी क्षेत्र में निर्देशों का पालन नहीं होता है तो संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलबी भी की जा सकती है।
गौरतलब है कि बिहार पुलिस पहले भी ड्यूटी के दौरान ड्रेस कोड, मोबाइल फोन और वीडियो कॉलिंग को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर चुकी है, लेकिन यह पहली बार है जब महिला पुलिसकर्मियों के मेकअप और गहनों पर स्पष्ट रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस विभाग ने हाल के दिनों में कई मामलों में पुलिसकर्मियों को वर्दी में सोशल मीडिया रील बनाते देखा, जिससे विभाग की साख और अनुशासन पर सवाल उठे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “इस निर्देश का उद्देश्य विभाग के भीतर सख्त अनुशासन बनाए रखना है ताकि सभी कर्मी अपने कर्तव्यों पर पूरी तरह से केंद्रित रहें।” अब देखना यह है कि पूरे बिहार में इस निर्देश को कितनी प्रभावी तरीके से लागू किया जा पाता है, खासकर ऐसे समय में जब पुलिस बल के आधुनिकीकरण के प्रयास भी साथ-साथ चल रहे हैं।