बिहार: जातीय सूची में ब्राह्मण शब्द हटाने का विरोध, भूमिहार ब्राह्मणों ने निकाली जनाक्रोश रैली

रैली में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा बहुजन समाज पार्टी और जन सुराज के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कई स्थानों पर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई और जातीय सूची में संशोधन की मांग की गई।
बिहार सरकार द्वारा जारी जातीय गणना सूची में ‘भूमिहार ब्राह्मण’ की जगह केवल ‘भूमिहार’ दर्ज किए जाने के विरोध में गुरुवार को मुजफ्फरपुर में विराट भूमिहार ब्राह्मण जनाक्रोश रैली निकाली गई। इसमें सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। रैली लंगट सिंह कॉलेज से शुरू होकर मोतीझील, कल्याणी, सरैयागंज टावर और कंपनीबाग होते हुए समाहरणालय पहुंची, जहां जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया।
रैली के संयोजक डॉ. विजयेश कुमार, जो बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश महासचिव हैं, ने कहा कि यह आंदोलन भूमिहार ब्राह्मण समाज की अस्मिता और पहचान को बचाने के लिए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भले ही उनकी पार्टी ब्राह्मणवाद का विरोध करती रही है, लेकिन जातीय पहचान से संबंधित किसी भी अन्याय को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
वहीं जन सुराज से जुड़े नेता रानू शंकर ने कहा कि रैली का उद्देश्य सिर्फ जातीय सूची में ‘भूमिहार ब्राह्मण’ को शामिल कराना ही नहीं, बल्कि डिजिटल जातीय रिकॉर्ड में हो रहे फर्जीवाड़े को उजागर करना और पुराने त्रुटिपूर्ण अभिलेखों को संशोधित कर सही डिजिटल डेटा तैयार कराना भी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मुद्दे पर जल्द संज्ञान नहीं लिया, तो आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो पटना तक पदयात्रा भी की जाएगी।
रैली में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा बहुजन समाज पार्टी और जन सुराज के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कई स्थानों पर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई और जातीय सूची में संशोधन की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो आंदोलन को सड़क से लेकर सदन तक व्यापक रूप दिया जाएगा।