बिहार: चंदन मिश्रा हत्याकांड के चारों आरोपी पटना लाए गए, टोल पर लगा जाम

बिहार: जैसे ही एसटीएफ की गाड़ी जहानाबाद फोरलेन स्थित टोल टैक्स पर पहुंची, वहां अचानक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई और काफिले को कुछ देर रुकना पड़ा। इसके बाद आरोपियों को ले जा रही काली स्कॉर्पियो समेत सभी गाड़ियां आगे बढ़ीं।
चर्चित चंदन मिश्रा हत्याकांड के चारों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को कोलकाता से सड़क मार्ग द्वारा पटना लाया गया। इस दौरान एसटीएफ और पटना पुलिस की टीम आरोपियों को लेकर जहानाबाद के रास्ते गुजर रही थी।
जैसे ही एसटीएफ की गाड़ी जहानाबाद फोरलेन स्थित टोल टैक्स पर पहुंची, वहां अचानक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई और काफिले को कुछ देर रुकना पड़ा। इसके बाद आरोपियों को ले जा रही काली स्कॉर्पियो समेत सभी गाड़ियां आगे बढ़ीं।
पटना जिले की सीमा पर स्थित तिनेरी में उत्पाद विभाग के बैरियर पर सभी गाड़ियों को रोका गया और तलाशी ली गई। इसी दौरान पुलिस ने पत्रकारों की गाड़ी को रोक दिया, जबकि एसटीएफ की गाड़ियों को आगे बढ़ा दिया गया। इससे नाराज पत्रकारों और पुलिस के बीच कुछ देर तक हल्की नोकझोंक भी हुई। इस बीच एसटीएफ की टीम चारों आरोपियों को लेकर पटना की ओर निकल गई।
जानकारी के अनुसार, 17 जुलाई को पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। पटना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने कोलकाता के आनंदपुर स्थित एक गेस्ट हाउस से इन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस को इन आरोपियों की 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिली है। चारों आरोपियों में मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ ‘बादशाह’, निशु खान, हर्ष कुमार और भीम कुमार शामिल हैं। सभी को पटना के छज्जूबाग स्थित पुलिस लाइन में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की साजिश पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरू ने रची थी। उसने अपने गुर्गों के जरिए तौसीफ को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इस साजिश में निशु ने भी मदद की थी, जो पहले गोली लगने के कारण लकवाग्रस्त बताया जा रहा है। पुलिस इन तमाम पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।
गौरतलब है कि बक्सर निवासी कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की 17 जुलाई की सुबह पटना के पारस अस्पताल में आईसीयू के पास हथियारबंद बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों की पहचान की और फिर उन्हें कोलकाता से दबोचा। अब पटना पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि हत्या की साजिश, आर्थिक लेन-देन और शेरू से इनके संबंधों की कड़ियों को जोड़ा जा सके।