बिहार का सियासी चौसर: राहुल गांधी का कितना असर, क्या सीएम कांग्रेस पार्टी से होगा?

बिहार की राजनीति में राहुल गांधी का कितना प्रभाव है? विधानसभा 2025 के नतीजों की घोषणा के बाद क्या कांग्रेस पार्टी के पास अपना मुख्यमंत्री बनाने का अवसर आ सकता है? गठबंधन में सीटों के बंटवारे और कई विधानसभा सीटों पर ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी बातों के क्या मायने हैं? ऐसे तमाम सवालों पर बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने रोचक बयान दिए हैं। पप्पू यादव ने दावा किया है कि पूर्णिया जिले से ताल ठोक रहे चारों कांग्रेस प्रत्याशियों का जनाधार मजबूत है और जनता बड़े अंतर से इन्हें जिताएगी।

‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी बातें बेमानी हैं, राहुल गांधी के कारण बिहार में…
छह नवंबर को पहले चरण में होने वाले मतदान से पहले नामांकन का समय पूरा हो चुका है। कई सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ जैसी खबरें सामने आई हैं, क्योंकि गठबंधन में शामिल दलों ने एक ही सीट पर अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में पप्पू यादव ने कहा, ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसे जुमलों के इस्तेमाल पर पप्पू ने कहा ऐसी बातों का कोई मतलब नहीं है…हमने कई सीटें छोड़ दीं…हमारे नेता ने हमें दोस्ताना लड़ाई की अनुमति नहीं दी… ये हमारे नेता की छवि का ही असर है कि आज पूरा बिहार विपक्षी दलों के गठबंधन- INDIA के समर्थन में खड़ा है।

मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी से नहीं होगा
उन्होंने कहा, चुनाव के बाद आप किसी को भी मुख्यमंत्री बना दीजिए। मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी से नहीं होगा, वह राजद या किसी अन्य पार्टी से होगा…हमारे नेता चुनाव के बाद इसका फैसला करेंगे। चुनाव से पहले इसका कोई मतलब नहीं है।

चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा क्यों नहीं होना चाहिए
पप्पू यादव ने कहा, जनता विपक्षी गठबंधन- INDIA को वोट देने के लिए उत्सुक है…वे एक नई सरकार बनाना चाहते हैं…हमारे पास सबसे बड़े वैचारिक नेता राहुल गांधी हैं, हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे…जब हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, तो पिछड़े समुदाय, एससी, एसटी के लोग हमें वोट देंगे…चुनाव किसी भी सीएम के चेहरे पर नहीं लड़ा जाना चाहिए, यह गठबंधन के लिए अच्छा नहीं होगा…आप चुनाव के बाद किसी को भी मुख्यमंत्री बना सकते हैं, लेकिन चुनाव से पहले चेहरा राहुल गांधी होना चाहिए।

जनता के सहयोग से जीत हासिल करेंगे पूर्णिया जिले के कांग्रेस प्रत्याशी
सांसद पप्पू यादव ने दावा किया कि पूर्णिया जिले की चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत तय है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया सदर से जितेंद्र यादव, कसबा से मो. इरफान आलम, अमौर से पूर्व विधायक अब्दुल जलील मस्तान और बनमनखी से देवनारायण रजक मैदान में हैं और चारों प्रत्याशी जनता के सहयोग से जीत हासिल करेंगे।

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