बिहार: कथावाचक प्रदीप मिश्रा पर भड़के लालू के विधायक

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर में आयोजित शिव महापुराण में पंडित प्रदीप मिश्रा के कथावाचन कार्यक्रम पर विवाद छिड़ गया है। मधेपुरा सदर विधायक प्रो. चंद्रशेखर ने प्रदीप मिश्रा के बयानों पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि धर्म और आस्था की आड़ में समाज में नफरत फैलाने की साजिश हो रही है। उन्होंने ऐसे कथावाचकों से लोगों को सतर्क रहने की अपील की। प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि प्रदीप मिश्रा जैसे कथावाचकों से देशवासियों को कोई अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
राजनीतिक दल का प्रचारक बन चुके हैं कई कथावाचक
उन्होंने मिश्रा पर ज्ञान की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके प्रवचन में मौनता और चुपता जैसे शब्दों का उल्लेख किया गया, जबकि ये शब्द किसी भी मान्य शब्दकोश में नहीं पाए जाते। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि मिश्रा एक तड़ीपार व्यक्ति को भगवान शिव का अवतार बता रहे हैं, जो धर्म का अपमान है। विधायक ने आगे कहा कि आज कई कथावाचक धर्म प्रचारक न रहकर एक विशेष राजनीतिक दल के प्रचारक बन चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर कारोबार चल रहा है और जनता की आस्था के साथ छलावा किया जा रहा है।
प्रदीप मिश्रा के उस बयान पर भी विधायक ने निशाना साधा जिसमें मिश्रा ने कहा था कि बच्चों को शास्त्र पढ़ें या न पढ़ें, लेकिन शस्त्र चलाना आना चाहिए। इस पर चंद्रशेखर ने सवाल उठाया कि आखिर देश की तरक्की शास्त्र से होगी या शस्त्र से? उन्होंने कहा कि ज्ञान और विज्ञान ही किसी भी देश की वास्तविक शक्ति है, हथियार नहीं।
चुनाव के समय में कथावाचक को किया जा रहा सक्रिय
चुनावी मौसम में कथावाचकों की बढ़ती गतिविधियों पर भी सवाल उठाते हुए विधायक ने कहा कि धार्मिक भावनाओं का राजनीतिक लाभ उठाने के लिए अब कथावाचकों को भी बिहार में सक्रिय किया जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सजग रहें और ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं। प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि भगवान राम ने स्वयं अयोध्या में बीजेपी को पराजित कर यह संदेश दिया है कि जो लोग भगवान के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्हें जनता करारा जवाब देती है।