बिना गिल्ट महसूस किए नहीं कह पाते हैं ‘ना’? तो इन 5 आसान टिप्स की ले सकते हैं मदद!

क्या आपके लिए भी ना बोलना काफी मुश्किल काम है? अगर हां तो आप अकेले नहीं है। कई लोगों चाहते हुए भी बिना गिल्टी महसूस किए ना नहीं बोल पाते हैं। हालांकि दूसरों की मदद करना अच्छी बात है लेकिन कभी ना न बोलना आपको परेशानी में भी डाल सकता है। आइए जानें कैसे आप बिना गिल्टी महसूस किए ना बोल सकते हैं।
क्या आपके लिए भी ‘ना’ बोलना काफी मुश्किल है? आप किसी को ‘ना’ नहीं बोल पाते हैं, चाहें आप वो काम करना चाहें या नहीं और अगर आप कभी किसी को ‘ना’ बोल भी देते हैं, तो आपको अंदर से गिल्ट महसूस होने लगता है।
अगर आपके साथ ऐसा होता है, तो आप अकेले नहीं है। दरअसल, ‘ना’ बोलना एक कला है, जो धीरे-धीरे विकसित करनी पड़ती है, लेकिन चिंता की बात नहीं है। कुछ आसान टिप्स की मदद से आप धीरे-धीरे इस आदत को सीख सकते हैं। आइए जानें कैसे आप लोगों को बिना गिल्ट महसूस किए ‘ना’ बोल सकते हैं (How to Say No)।
साफ लेकिन पोलाइटली मना करें
अक्सर हम ‘ना’ कहते समय बातों को उलझा देते हैं। ज्यादा घुमा-फिरा कर बात करने से सामने वाले को ऐसा महसूस हो सकता है कि हम काम टालना चाहते हैं। इसकी बजाय सीधे और पोलाइट तरीके से मना करें। ऐसे जवाब देने से आपका इरादा साफ हो जाएगा और सामने वाले को भी बुरा नहीं लगेगा।
खुद को प्रोयोरिटी देना सीखें
अगर आप हमेशा दूसरों की जरूरतों को खुद से ऊपर रखते हैं, तो यह आपकी मेंटल हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। हमेशा खुद पर सभी के बाद ध्यान देने से आप मेंटली काफी थका हुआ महसूस करने लगते हैं। इसके कारण आपका स्वभाव चिड़चिड़ा होना शुरू हो सकता है। इसलिए अगर आप किसी काम को नहीं करना चाहते हैं, तो बिना खुद को गिल्टी माने ‘ना’ बोलें।
तुरंत जवाब देने से बचें
कई बार हम दबाव में आकर तुरंत ‘हां’ कह देते हैं। इसलिए तुरंत जवाब देने से बचें। सामने वाले से समय मांगे, जैसे- “मुझे थोड़ा टाइम दो, मैं बाद में बताता हूं” या “मैं कुछ देर बार कंपफर्म करके बताता हूं”। इससे आपको फैसला लेने का समय मिलेगा और आप बिना स्ट्रेस के ‘ना’ कह पाएंगे।
सफेद झूठ का सहारा लें (जरूरत पड़ने पर)
अगर सच बताने से रिश्ते खराब होने का डर हो, तो आप कोई ऐसा झूठ बोल सकते हैं, जिससे सामने वाले को कोई नुकसान न हो और उनका दिल भी न दुखे। जैसे आप किसी काम का बहाना दे सकते हैं या आप कह सकते हैं कि आपके कुछ प्लान्स हैं, जिस वजह से आप उनका काम नहीं कर पाएंगे।
‘ना’ कहने की प्रैक्टिस करें
जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं, ‘ना’ बोलना एक कला है, जिसे प्रैक्टिस से सुधारा जा सकता है। इसलिए अगर आप किसी को ‘ना’ नहीं कह पा रहे हैं, तो छोटी-छोटी बातों से शुरुआत करें। धीरे-धीरे आप इस स्किल को सीख जाएंगे।