बिदाई की ‘रागिनी’ का ट्रांसफॉर्मेशन देख दंग रह जाएंगे आप, 18 साल बाद पूरी तरह हो गई काया पलट

पुराने टीवी शो और उनकी कास्ट की चर्चा आज भी की जाती है। इस आधार पर हम आपको 18 साल पहले छोटे पर्दे पर टेलीकास्ट होने वाले फैमिली ड्रामा शो सपना बाबुल का… बिदाई की रागिनी (Bidaai Ragini Actress) के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका लुक काफी बदल गया है।
कल्ट टीवी शो के मामले में सिर्फ दूरदर्शन टीवी चैनल ही नहीं बल्कि स्टार प्लस का दबदबा काफी रहा है। 90 के दशक बाद ज्यादातर लोकप्रिय धारावाहिक स्टार प्लस की ही देन हैं। इसी क्रम में सपना बाबुल का… बिदाई (Spna Babul Ka… Bidaai) भी स्टार प्लस के सबसे चर्चित डेली सोप में से एक रहा है।
ऐसे में आज हम आपको बिदाई में रागिनी (Bidaai Ragini Actress) का किरदार निभाने वालीं अभिनेत्री के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका लुक 18 साल बाद पूरी तरह से बदल गया है। एक्ट्रेस का ट्रांसफॉर्मेशन देखकर आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगी।
कौन हैं बिदाई की रागिनी
साल 2007 में राजन शाही के निर्देशन में स्टार प्लस पर सपना बाबुल का… बिदाई को पेश किया गया था। इस धारावाहिक में रागिनी नाम की एक लड़की को दिखाया गया था, जो अपने सांवले रंग रूप की वजह से काफी सहमी हुई रहती हैं और समाज के लोग भी उसके साथ भेदभाव करते हैं। इस किरदार को अभिनेत्री पारुल चौहान (Parul Chauhan) ने अदा किया था।
बिदाई के साथ-साथ पारुल का रागिनी वाला कैरेक्टर उस वक्त भारत के हर घर के कोने-कोने तक फेमस हो गया था। अब गौर किया जाए पारुल चौहान के मौजूदा हालातों की तरफ तो बतौर एक्ट्रेस वह अब भी छोटे पर्दे पर एक्टिव हैं।
बिदाई की रागिनी के रूप में अपनी पहचान बनाने वालीं पारुल का लुक अब पूरी तरह से बदल गया है, जिसे देखकर आपको हैरानी होगी। उनके बदलते रंग रूप का अंदाजा आप उनकी लेटेस्ट इंस्टाग्राम फोटोज के जरिए लगा सकते हैं।
अब वह पहले वाली संस्कारी रागिनी नहीं बल्कि, असल लाइफ में बेहद बोल्ड और हॉट पारुल हैं। सोशल माीडिया पर पारुल चौहान की इन फोटोज को काफी पसंद किया जाता है। फैंस भी उनकी इन फोटो पर जमकर लाइक और कमेंट भी करते हैं।
पारुल चौहान का एक्टिंग करियर
सपना बाबुल का… बिदाई टीवी सीरियल से पारुल चौहान ने अपने एक्टिंग करियर का आगाज किया था। इसके बाद कई रियलिटी और डेली सोप में नजर आईं, जिनके नाम इस प्रकार हैं-
झलक दिखला जा 3
रिश्तों से बंधी प्रथा
अमृत मंथन
पुर्नविवाह
मिलके भी हम न मिलें