बसपा सुप्रीमो मायावती के मंच पर पहुंचते ही बेकाबू हुई भीड़, बैरिकेडिंग तोड़ी…

सहारनपुर में गठबंधन की रैली को संबोधित करने के बाद बसपा सुप्रीमो आज मेरठ की जनता को साधने की कोशिश करने पहुंची हैं। मायावती यहां से गठबंधन के उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी के लिए माहौल बनाने के लिए मंच से मेरठवासियों को संबोधित करेंगी। बसपा सुप्रीमो मायावती के मंच पर पहुंचते ही बेकाबू हुई भीड़, बैरिकेडिंग तोड़ी...

बसपा सुप्रीमो मायावती के मंच पर पहुंचते ही रैली स्थल पर जुटी समर्थकों की भीड़ बेकाबू हो गई। समर्थकों ने बैनर और झंडे हाथों में लेकर बैरियर व बैरिकेडिंग को तोड़कर मंच की तरफ भागना शुरू कर दिया। इस दौरान मीडिया गैलरी मैं भी लोगों के साथ धक्का-मुक्की करके कई को नीचे गिरा दिया।

मंच की तरफ चारों तरफ से भीड़ बढ़ने लगी। इस दौरान पुलिस फोर्स को लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा। भीड़ को रोकने के लिए मंच के आसपास और जनसभा स्थल पर लोहे की बैरिकेडिंग की गई लेकिन इसे कूदकर भी समर्थकों ने मंच की तरफ जमकर नारेबाजी।

हापुड़ रोड पर हुई गठबंधन की रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भीड़ बता रही है कि गठबंधन के लोगों पर नरेंद्र मोदी की सराब का ऐसा नशा चढ़ा है कि यहां के लोग अब गठबंधन के उम्मीदवार को रिकॉर्ड वोटों से जिताएंगे और भाजपा भाजपा उम्मीदवारों को बुरी तरह से पराजित कर देंगे। बीजेपी वाले चाहे कितने भी नमो-नमो करते हैं पर जय भीम वाले उनकी जमानत जब्त करा देंगे।

उन्होंने कहा कि देश में दलित, अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बढ़ा है। खासकर जिन राज्यों में भाजपा की सरकार हैं वहां उत्पीड़न ज्यादा है। गरीब सवर्णों, 10 प्रतिशत लोगों को आरक्षण से उत्थान होने वाला नहीं है।

केंद्र ने नोटबंदी और जीएसटी को पूरी तैयारी के बगैर लागू किया, उससे देश में गरीबी, बेरोजगारी और बढ़ी। छोटे व मध्यम वर्गीय व्यापारी दुखी हैं। देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। कांग्रेस के राज में बोफोर्स और भाजपा के राज में राफेल का मामला उदाहरण है। देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं है, आए दिन आतंकी घटनाएं होती रहती हैं।

भाजपा ने कांग्रेस की तरह ही अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सीबीआई का प्रयोग कर विपक्षी दलों के नेताओं को फंसाकर कमजोर करने की कोशिश की गई हैं, जो लगातार जारी है। आजादी के बाद से केंद्र में कांग्रेस, भाजपा और अन्य दलों की सरकारें रहीं, इन्हें देश की जनता कई बार आजमा चुकी है, अब ज्यादा आजमाने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां साम, दाम, दंड भेद हर हथकंडा अपनाने की कोशिश करेंगी, लेकिन जनता बहकने वाली नहीं है। भाजपा ने 2014 के चुनावी वादे पूरे नहीं किए। 15 लाख रुपये खाते में नहीं आए, बेरोजगारों को नौकरियां नहीं मिली। कांग्रेस ने गरीबों को हर माह छह हजार देने की बात कही, लेकिन इससे कोई भला नहीं होगा। गठबंधन की सरकार बनने पर हर गरीब को छह हजार रुपये की जगह, सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में स्थायी रोजगार देने का कार्य करेंगे।

बीजेपी के आवारा पशुओं ने किसानों को बर्बाद किया। विपक्षी गलत सर्वे करा रहे हैं। ऐसे सर्वेक्षणों ओपिनियन पोल आदि के भ्रम में मत आना। कांग्रेसी भी भाजपा की तरह ही वायदे प्रलोभन करती थी। अब भाजपा भी यही करती है। दोनों को चुनाव के समय ही गरीब याद आते हैं। यदि जीते तो मेरठ वालों का खास ख्याल रखा जाएगा

याकुब कुरैशी की इस रैली के लिए लोगों की भीड़ सुबह से ही जुटना शुरू हो गई। वहीं रैली स्थल पर महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंचीं। कई बुजुर्ग महिला कार्यकर्ता भी रैली स्थल पर व्यवस्था संभालने में जुटी दिखीं। नीले झंडे लेकर महिला व पुरुष कार्यकर्ता डांस करते हुए रैली में पहुंचे।

रैली में कई युवा शिक्षामित्र ‘रोटी दो या फांसी’ स्लोगन लिखी टोपी पहनकर भी आए। गौरतलब है कि मेरठ-हापुड़ लोकसभा वोटों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण सीट है। गठबंधन ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी को मैदान में उतारा है।

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