बदायूं में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, चार गांव खाली कराने की तैयारी

बारिश की वजह से रामगंगा और गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे बदायूं जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं। जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। उसहैत और सहसवान में बाढ़ प्रभावित चार गांवों को खाली कराने की तैयारी है।
बदायूं जिले में गंगा नदी का जलस्तर दो दिन से खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। इससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है। ऐसे में प्रशासन ने उसहैत और सहसवान क्षेत्र के चार गांवों को खाली कराने की तैयारी कर ली है। इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए प्रशासन की टीम लगी है। बुधवार तक जलस्तर कम न हुआ तो ग्रामीणों को स्कूलों में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्रा ने बताया है कि बुधवार को बिजनौर डैम से 1,74,339 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा नरौरा डैम से 1,44,810 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी कल तक बदायूं आ जाएगा। इससे पहले जो पानी छोड़ा गया था, उस कारण सोमवार से ही गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
कछला में खतरे का निशान 162.44 मीटर है। मंगलवार को यहां पर जलस्तर दो सेंटीमटर बढ़कर 162.46 मीटर दर्ज किया गया। यही स्थिति सोमवार को भी थी। इससे गंगा किनारे के खेतों में पानी भर गया। अब पानी बढ़ा तो चार गांव के लिए मुसीबत होगी। इन गांवों को खाली कराने के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है।
स्कूल में शिफ्ट किए जाएंगे तीन गांवों के लोग
उसहैत में गंगा की बाढ़ को देखते हुए क्षेत्र के गांव जटा, प्रेमी नगला और ठकुरी नगला को खाली कराने की तैयारी है। बाढ़ खंड के अवर अभियंता राधेश्याम ने बताया है कि इन गांवों के करीब डेढ़ हजार लोग हैं। इनको शिंभू नगला के प्राथमिक स्कूल सहित अन्य जगहों में शिफ्ट कराने की व्यवस्था की जा रही है।
मंगलवार को नहीं भी शुरू हो सका कंट्रोल रूम
डीएम अवनीश राय ने सोमवार को उसहैत का दौरा कर बाढ़ के लिए बाढ़ खंड के अलावा कलक्ट्रेट में भी तीन फोन नंबरों का कंट्रोल रूम बनाने के आदेश दिए थे, जो मंगलवार पांच बजे तक सक्रिय नहीं हो सके। इन नंबरों पर बताया गया कि बाढ़ खंड से चिट्ठी आने पर इन्हें सक्रिय किया जाएगा। इन नंबरों पर फोन उठाने वालों ने अपना नाम भी नहीं बताया। कहा कि उनको नाम न बताने का आदेश हैं। इधर, बाढ़ खंड का कंट्रोल रूम बेहद बिजी जाता रहा। इसलिए उस पर भी कोई बात नहीं हुई।
बदायूं में गंगा का जलस्तर
गंगा में खतरे का निशान 162.44 मीटर
कछला पर जल स्तर- 162.46 मीटर
नरौरा डैम का डिस्चार्ज- 1,44,810 क्यूसेक
बिजनौर डैम का डिस्चार्ज- 1,74,339 क्यूसेक
रामगंगा में भी बढ़ रहा है जलस्तर
दातागंज इलाके में रामगंगा में भी जलस्तर बढ़ने लगा है। हजरतपुर पुल से करीब एक किमी दूर लालपुर रोड पर पानी पहुंच गया है, हालांकि इससे अभी आवागमन पर कोई प्रभाव नहीं है, लेकिन पानी और बढ़ा तो रोड पर पानी आ सकता है। हर्रामपुर के पास रामगंगा का पानी बह रहा है।
सहसवान के तेलिया नगला गांव में घुसा पानी
सहसवान में गंगा किनारे के गांव तेलिया नगला के खेतों में पानी भर है। गांव के रास्ते में भी पानी पहुंच गया। जलस्तर बढ़ा तो घरों में पानी घुसने लगेगा। इसलिए इस गांव के लोगों को बांध पर शिफ्ट करने की तैयारी है। बांध पर शरणार्थी शिविर बनाया जा रहा है। वहीं खेतों में पानी भरने से पशुओं के लिए चारे का संकट पैदा हो गया है।