बच्चों की नाक से क्यों आ जाता है खून? नकसीर फूटने का ये है सबसे बड़ा कारण

बच्चों की नाक से खून आते देख माता-पिता परेशान हो जाते हैं, लेकिन आपको आपको जरा भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। बड़ों के मुकाबले बच्चों में ऐसा होना सामान्य है। हां, अगर बच्चे को यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।

यही कारण है कि इस लेख में हम बच्चों की नाक से खून आने की समस्या से जुड़े सभी जरूरी पहलुओं के बारे में बता रहे हैं। साथ ही लेख में आपको इस समस्या के प्रकार, उपचार और बचने के उपाय भी जानने को मिलेंगे। इस विषय से संबंधित लेख में बताई जाने वाली सभी बातें आपको वर्तमान या भविष्य में इस समस्या से निपटने में मदद कर सकती हैं।

विषय से जुड़ी अन्य जरूरी बातों को जानने से पहले बेहतर होगा कि बच्चों की नाक से खून आने की समस्या क्या है और यह कितनी आम है, थोड़ा इस बारे में जान लिया जाए।

एक बार ज़रूर जान ले इस बीमारी के बारें में, पीड़ित होंगे ज़रूर…

बच्चों की नाक से खून आना क्या है और यह कितना आम है?

मेडिकली भाषा में नाक से खून आने की समस्या को एपिस्टैक्सिस कहा जाता है। यह समस्या वयस्कों के मुकाबले बच्चों में (जन्म से 15 साल तक) अधिक देखने को मिलती। वातावरण में बदलाव, नाक पर चोट व सर्दी-जुकाम नाक से खून आने के आम कारण हैं। हां, अगर बच्चे की नाक से बार-बार खून आ रहा है, तो कुछ विशेष स्थितियों में यह चिंता का विषय हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, बच्चों में बार-बार नाक से खून आने की गंभीर वजहों में खून जमने से संबंधित विकार, संक्रमण, पोषक तत्वों (विटामिन सी और विटामिन के) की कमी के साथ-साथ आनुवंशिक बीमारियां भी शामिल हैं। ऐसे में बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि इसके पीछे की मुख्य वजह को जानकर उचित उपचार किया जा सके।

अब हम नीचे दिए गए चार्ट के माध्यम से उम्रवार बच्चों में नाक से खून आने के बारे में जानेंगे, जिससे हमें यह समझने में आसानी होगी कि बच्चों में इस समस्या का होना कितना सामान्य है।

उम्र    नाक से खून आने की संभावना (प्रतिशत)

0-5 साल       35%

6-10 साल      56%

11-15 साल     64%

लेख के अगले भाग में हम आपको बच्चों की नाक से खून आने के कारणों के बारे में बताएंगे।

बच्चों की नाक से खून (नकसीर) क्यों आता है?

वातावरण में बदलाव और सर्दी-जुकाम के कारण नाक के अंदर की दीवार में सूखापन आ जाता है, जिस कारण खुजली महसूस होने लगती है। इसी खुजली के कारण बच्चे नाक में उंगली डालते हैं और नाक की अंदरूनी दीवार को खुजलाने की कोशिश करते हैं। खुजली करने के कारण नाक में मौजूद रक्त नलिकाओं में जख्म हो जाता है और नाक से खून आने लगता है। वहीं, कुछ मामलों में बच्चे खेलते वक्त कभी-कभी गिर जाते हैं, ऐसे में चेहरे के बल गिरने से नाक पर अधिक दबाव आ जाता है और नाक में मौजूद रक्त नलिकाएं फट जाती हैं। इस कारण भी नाक से खून आने लगता है।

लेख के अगले भाग में हम बच्चों में नकसीर के प्रकार के बारे में बात करेंगे।

बच्चों में नकसीर के प्रकार

बच्चों में नकसीर को नाक की जगह और स्थितियों के आधार पर अलग-अलग दो भागों बांटा गया है।

  1. एंटीरियर नोज ब्लीड : यह बच्चों में सामान्य है। नाक के बाहरी भाग में मौजूद रक्त नलिकाओं के फटने पर जब खून बहने की समस्या होती है, तो इसे एंटीरियर नोज ब्लीड कहा जाता है। नाक में सूखापन महसूस होने पर खुजली करने के कारण इस प्रकार की नकसीर होने की आशंका अधिक रहती है।
  2. पोस्टीरियर नोज ब्लीड : नाक पर गहरी चोट के कारण बच्चों में पोस्टीरियर नोज ब्लीड की समस्या देखी जा सकती है। इसमें नाक का भीतरी हिस्सा प्रभावित होता है, जिसे वूड्रफ्स प्लेक्सस के नाम से जाना जाता है। गहरी चोट के कारण इस हिस्से में मौजूद रक्त नलिकाएं फट जाती हैं और बच्चे की नाक से खून आने लगता है। यह समस्या गंभीर है और इस प्रकार में नाक से खून अधिक मात्रा में आने लगता है, जिसे आसानी से नहीं रोका जा सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ही उचित माना जाता है।

आइए, अब नकसीर के संबंध में उपचार के बारे में बात कर लेते हैं।

बच्चों की नाक से खून आने का इलाज

बच्चों की नाक से खून आने की स्थिति में इलाज के तौर पर निम्न तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सिल्वर नाइट्रेट युक्त क्रीम को जख्म वाले स्थान पर लगाएं।

आप पेट्रोलियम जेली को भी उपयोग में ला सकते हैं।

थ्रोम्बोजेनिक (खून को जमाने में मदद करने वाला) फोम या जेल का उपयोग करें।

खून न रुकने की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर दवाओं के साथ नाक की पैकिंग कर खून को रोकने की कोशिश कर सकते हैं।

नकसीर के इलाज के बाद अब हम इसके कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं।

नकसीर का घरेलू इलाज

नाक से खून आने की समस्या होने पर आप निम्न घरेलू उपायों को अपना कर बच्चे की नाक से खून बहने की समस्या को रोक सकते हैं।

फिजिकल ट्रीटमेंट : बच्चे की नाक से बहते खून को रोकने के लिए आप निम्न प्रक्रिया को इस्तेमाल में ला सकते हैं।

नकसीर के घरेलू इलाज के तौर पर आप बच्चे को सीधा बिठाएं और उसके सिर को आगे की ओर झुकाए रखने को कहे।

बाद में आप अपने अंगूठे और तर्जनी उंगली की मदद से बच्चे की नाक को करीब 10 मिनट तक कसकर दबाएं।

इस प्रक्रिया को अपना कर सामान्य स्थिति में नाक से खून आने की समस्या को रोका जा सकता है।

बर्फ का इस्तेमाल : बच्चे की नाक से आने वाले खून को रोकने के लिए बर्फ का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। माना जाता है कि बर्फ को नाक के बाहरी क्षेत्र पर लगाने से खून का बहाव धीरे-धीरे नियंत्रित हो जाता है।

नकसीर की समस्या के घरेलू उपायों को जानने के बाद अब हम इससे बचाव संबंधी कुछ अहम बातें जान लेते हैं।

बच्चों में नाक से खून आने की समस्या से बचाव कैसे करें?

कुछ बातों को ध्यान में रखकर बच्चों में नाक से खून आने की समस्या को रोका जा सकता है।

एक उचित क्रीम (पेट्रोलियम जेली) का इस्तेमाल करें, जो नाक के अंदर की दीवार में नमी बनाए रखने में मदद कर सके।

गरम तासीर वाले खाद्य पदार्थों को बच्चों के आहार में शामिल न करें।

बच्चों को ऐसे खेल खुद से दूर रखने का प्रयास करें, जिससे उनकी नाक पर चोट लगने का डर रहे।

सर्दी-जुकाम के दौरान नाक पर अधिक जोर डालकर नाक को साफ करने का प्रयास बिल्कुल भी न करें।

बच्चों को नाक में उंगली डालने से रोकें और साथ ही यह भी समझाएं कि नाक में उंगली, पेन्सिल या पेन डालना कितना नुकसानदायक हो सकता है।

लेख के अगले भाग में अब हम जानेंगे कि बच्चे की नाक से खून आने की समस्या में डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए।

डॉक्टर के पास कब जाएं?

हम अब आपको कुछ स्थितियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके होने पर आपको बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अगर 20 मिनट का समय पूरा होने के बाद भी नाक से खून आना बंद न हो।

सिर पर गहरी चोट लगने के बाद नाक से खून आने लगे, तो बिना देरी किए डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए। ऐसा सिर में फ्रैक्चर होने के कारण हो सकता है।

अगर नाक पर सीधी चोट लगने के कारण खून आने लगे।

अगर बच्चे को बार-बार नाक से खून आने की समस्या हो।

अगर नाक से खून आने के पीछे ठंड या कोई अन्य मामूली कारण न हों।

साइनस या अन्य किसी सर्जरी के बाद नाक से खून आने की समस्या हो रही हो।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या बार-बार होने वाले नकसीर चिंता की बात है?

हां, नाक से बार-बार खून आना चिंता का विषय हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, बच्चों में बार-बार नाक से खून आने की गंभीर वजहों में खून जमने से संबंधित विकार, संक्रमण, पोषक तत्वों (विटामिन सी और विटामिन के) की कमी के साथ-साथ आनुवंशिक बीमारियां भी शामिल हैं। ऐसे में बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि इसके पीछे की मुख्य वजह को जानकर उचित उपचार अपनाया जा सके।

अगर मैं बच्चें की नाक से खून बंद करने में असफल रही, तो डॉक्टर क्या करेंगे?

अगर आप बच्चे की नाक से खून रोक पाने में असमर्थ रहती हैं, तो डॉक्टर बच्चे में खून रोकने से जुड़ी कुछ प्रभावी दवाओं का उपयोग कर इस समस्या पर काबू पा सकते हैं। वहीं, गंभीर स्थिति होने पर वह बच्चे की नाक की पैकिंग कर बहते हुए खून को रोकने का प्रयास कर सकते है।

बच्चों में नाक से खून आने की समस्या क्या है और यह कितनी सामान्य है, अब इस बात को लेकर आपके मन में शायद ही कोई संशय नहीं बचा होगा। साथ ही आपको बच्चों की नाक से खून आने की समस्या के प्रकार और कारणों की भी पूरी जानकारी हो चुकी होगी। ऐसे में परिवार या आस-पड़ोस के किसी बच्चे को यह समस्या होती है, तो आप लेख में सुझाए गए घरेलू उपायों को अपना कर उसकी नाक से बहते हुए खून को रोक सकती हैं। साथ ही लेख में सुझाए गए इलाज संबंधी जानकारियों के अनुसार आप समस्या की रोकथाम के व्यापक कदम भी उठा सकती हैं। अगर आप इस विषय से जुड़ा कोई अन्य सवाल पूछना चाहती हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से उसे हम तक जरूर पहुंचाएं।

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