बच्चों की इतनी सख्त परीक्षा व्यवस्था कि चीटिंग भी फेल

दरअसल वीडियो में एक एग्जाम हॉल दिखाया गया है, लेकिन यह कोई नॉर्मल परीक्षा का माहौल नहीं है। यहां बच्चे जिस तरह से बैठे हैं, उसे देखकर किसी का भी दिमाग घुम सकता है।
सोशल मीडिया का जमाना ऐसा हो गया है कि अगर कोई कह दे कि वह किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म पर नहीं है तो लोग चौंक जाते हैं। हर दूसरा इंसान इंस्टाग्राम, फेसबुक या यूट्यूब पर एक्टिव दिख जाता है। हम और आप भी दिनभर न जाने कितने वीडियो, रील और वायरल पोस्ट देखते रहते हैं। ऐसे ही एक अनोखे वीडियो ने लोगों का ध्यान खींच लिया है, जिसकी चर्चा इन दिनों जमकर हो रही है। वीडियो में ऐसा क्या है, यही बताने के लिए लोग इसे बार-बार शेयर कर रहे हैं। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
दरअसल वीडियो में एक एग्जाम हॉल दिखाया गया है, लेकिन यह कोई नॉर्मल परीक्षा का माहौल नहीं है। यहां बच्चे जिस तरह से बैठे हैं, उसे देखकर किसी का भी दिमाग घुम सकता है। जैसे ही वीडियो शुरू होता है नजर आता है कि छात्रों की सीटिंग इतनी ज्यादा दूरी पर रखी गई है कि अगर बच्चा चाहे भी तो अपने पड़ोसी से नकल नहीं कर सकता। उनके बीच इतना फासला है कि उन्हें एक-दूसरे का चेहरा भी ठीक से नजर नहीं आता। मानो पूरा हॉल चीटिंग-प्रूफ जोन बन चुका हो।
बच्चों की परीक्षा देख लोग हुए दंग
बच्चे अपनी-अपनी सीटों पर सिर झुकाकर लिख रहे हैं और ऐसा लग रहा है जैसे यह कोई सबसे कठिन परीक्षा हो रही हो। देखने में तो यह किसी प्रतियोगी परीक्षा का सेटअप लगता है, लेकिन असल में यह सामान्य स्कूल का एग्जाम ही बताया जा रहा है। ऐसे सख्त इंतजाम देखकर कई लोगों ने मजाक में कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में इतनी दूरी पर बैठकर परीक्षा कभी नहीं दी।
वीडियो पर यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शंस
वीडियो इतना अनोखा है कि देखते ही देखते इंस्टाग्राम पर वायरल हो गया। इसे pintuwriter07 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो पोस्ट करने के बाद से ही लोग कमेंट करते-करते थक नहीं रहे। खबर लिखे जाने तक इसे 67 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं। कमेंट सेक्शन में भी लोगों ने मजेदार प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा, “ये यूपीएससी का एग्जाम है क्या? इतनी कड़ी सिक्योरिटी तो वहां भी नहीं होती।” दूसरे ने हंसते हुए कहा, “अच्छा हुआ हमारे टाइम में ऐसा नहीं होता था, वरना पास होना मुश्किल था।” तीसरे यूजर ने मजाक में लिखा, “अबकी बार तो पूरी क्लास फेल हो जाएगी।” किसी ने अपने स्कूल की तारीफ करते हुए कहा, “हमारा स्कूल इसके मुकाबले स्वर्ग था।” लोगों का कहना है कि बच्चों को इतना दूर बैठाने का फायदा बस यही है कि नकल की गुंजाइश पूरी तरह खत्म हो जाती है। लेकिन दूसरे लोग यह भी बोल रहे हैं कि इतनी दूरी पर बैठकर लिखना बच्चों के लिए भी काफी मुश्किल होता होगा।





