बच्चे की जिद के आगे पापा को आया इतनी तेज गुस्सा कि कूड़ेदान में ही दे पटका

वीडियो सिंगापुर का बताया जा रहा है, जहां एक व्यक्ति ने अपने छोटे बच्चे को नीले रंग के बड़े रीसाइक्लिंग बिन में डाल दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और रेडिट पर @myliferabaksia नामक यूजर ने इसे शेयर किया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल होने लगा।

बच्चे जब शरारत करते हैं, तो अक्सर मां-बाप उन्हें समझाने के लिए डांटते हैं या कभी-कभार सजा भी दे देते हैं। कई बार जिद करने पर हल्की मार भी पड़ जाती है, जिसे समाज में आम बात माना जाता है। मगर क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि किसी पेरेंट ने अपने बच्चे को गुस्से में उठाकर डस्टबिन में डाल दिया हो? यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को चौंका दिया है। तो आज की इस खबर में हम आपको एक ऐसे ही वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
वीडियो सिंगापुर का बताया जा रहा है, जहां एक व्यक्ति ने अपने छोटे बच्चे को नीले रंग के बड़े रीसाइक्लिंग बिन में डाल दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और रेडिट पर @myliferabaksia नामक यूजर ने इसे शेयर किया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल होने लगा। क्लिप में देखा जा सकता है कि एक छोटा बच्चा, जिसने लाल कपड़े पहन रखे हैं। जोर-जोर से रोता हुआ नीले रीसाइक्लिंग डिब्बे के पास खड़ा है। उसके साथ एक और छोटा बच्चा नजर आता है, जो उसका भाई हो सकता है। तभी एक व्यक्ति, जो बच्चों का पिता है वहां आता है। उसके हाथ में दो गुब्बारे और एक बैग होता है और वह रोते हुए बच्चे को डांटते हुए सीधे उस डिब्बे में डाल देता है।

लोगों को रास नहीं आया पिता का यह बर्ताव
यह पूरी घटना पब्लिक प्लेस पर घटती है, जिसे देखकर वहां मौजूद लोग चौंक जाते हैं। पिता का यह बर्ताव कई लोगों को खल गया। वीडियो पर हजारों यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोगों को यह घटना अजीब होते हुए भी मजेदार लगी। एक यूजर ने मजाक करते हुए लिखा, “पिता ने बच्चे को गलत डिब्बे में डाल दिया, शायद इसी वजह से हमारी रीसाइक्लिंग दर इतनी कम है।”

कई यूजर्स ने जताई नाराजगी
हालांकि हर किसी की प्रतिक्रिया मजाकिया नहीं थी। कई यूजर्स ने इस पर नाराजगी भी जताई। एक यूजर ने लिखा, “इस तरह बच्चे को हैंडल करना सरासर गलत है।” वहीं, एक और यूजर ने कमेंट किया, “यह बच्चे को सबक सिखाना नहीं, बल्कि उसे पब्लिकली शर्मिंदा करना है।” बता दें कि यह वीडियो इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन गया है और लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि बच्चों को सिखाने और उन्हें अपमानित करने के बीच की सीमा क्या होनी चाहिए।

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