बंगाल के कोलकाता में इस घमासान पर कैलाश ने कहा-विजयवर्गीय- ‘यह ममता बनर्जी की नौटंकी है
रविवार की शाम पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हाई वोल्टेज ड्रामा उस वक्त देखने को मिला जब केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के 5 अधिकारी रोज वैली और सारदा चिटफंड स्कैम के सिलसिले में पूछताछ के कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे। जिसके बाद कोलकाता पुलिस सीबीआई अफसरों को ही हिरासत में लेकर के थाने ले गई।
इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ”वहां पर नौकर शाही भी राजनीति का हिस्सा हो गया है. जैसे की सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सभा की परमिशन तो दे दी गई. लेकिन हेलिकॉप्टर लैंड करने की परमिशन नहीं दी । तो इस प्रकार से किसी भी राजनीति दलों की राजनीति कार्यक्रम नहीं हो। इसके लिए टीएमसी सरकार और नौकरशाही मिलकर एक जैसे काम कर रहे हैं. इस बात से अवगत कराने हम इलेक्शन कमीशन आए थे। ”
वहीं सीबीआई और ममता के बीच चल रहे टकरार पर बोलते हुए केलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह सिधी तौर पर ममता बनर्जी की नौटंकी है।
इधर केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई जांच से बचने के लिए धरने पर बैठी हैं।
चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की सीबीआई की कोशिश के खिलाफ बनर्जी धरने पर बैठीं हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख इस बात पर जोर दे रही हैं कि इससे “संविधान और संघवाद” की भावना प्रभावित हुई है।
राज्य में लगातार नाटकीय घटनाक्रम जारी हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के कदमों से उनके अपमान के खिलाफ बनर्जी मेट्रो सिनेमा पर बनाए गए अस्थायी मंच पर रविवार से धरने पर बैठीं। वहीं कुमार से पूछताछ करने पहुंचे सीबीआई दल को हिरासत में लिया जाना भी एक दुर्लभ वाकया है। एक के बाद एक हुई इन घटनाओं से केन्द्र और राज्य सरकार के बीच राजनीति गर्मा गई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा था कि वह सोमवार को बजट पेश होने के दौरान विधानसभा नहीं जाएंगी। उन्होंने राज्य में बन रही स्थिति को ‘आपातकाल’ करार दिया था।
जावड़ेकर ने संवाददाता सम्मेलन में बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘बंगाल में नरेन्द्र मोदी का नहीं बल्कि ममता का आपातकाल है। वह खुद को सीबीआई से बचाने के लिए धरने पर बैठी हैं।’’
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने दावा कि राज्य में संवैधानिक व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ गई है लेकिन उन्होंने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोई मांग नहीं की।
जावड़ेकर ने कहा, ‘‘हम कहेंगे की राज्य में कानून एवं व्यवस्था और संवैधानिक व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ गई है।’’ भाजपा के राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर अभी कुछ नहीं कह सकते।’’