‘फ्रांस भारत के साथ खड़ा है…’, पहलगाम हमले के बाद राष्ट्रपति मैक्रों ने पीएम मोदी को किया फोन

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। कई देशों के नुमाइंदें इस हमले की कड़ी निंदा कर चुके हैं। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी पहलगाम हमले की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है। इस दौरान उन्होंने भरोसा दिलाया कि फ्रांस पूरी दृढ़ता से भारत के साथ खड़ा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इस बातचीत की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। इस शोक की घड़ी में फ्रांस पूरी मजबूती से भारत और उसके लोगों के साथ खड़ा है।
इमैनुएल मैक्रों ने किया ट्वीट
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बीती रात पोस्ट करते हुए लिखा कि मैंने अभी-अभी अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी से मंगलवार को हुए कायर्तापूर्ण आतंकवादी हमले पर बात की, जिसमें दर्जनों निर्दोष नागरिकों की दुखद मृत्यु हो गई। इस शोक की घड़ी में फ्रांस, भारत और उसके लोगों के साथ खड़ा है। जहां भी आवश्यकता हो फ्रांस अपने सहयोगियों के साथ मिलकर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई जारी रखेगा।
मैंने अभी-अभी अपने समकक्ष @narendramodi से मंगलवार को हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले पर बात की, जिसमें दर्जनों निर्दोष नागरिकों की दुखद मृत्यु हुई है।
इस शोक की घड़ी में फ़्रांस भारत और उसके लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ा है।
भारत ने दी प्रतिक्रिया
इमैनुएल मैक्रों की इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और पहलगाम आतंकी हमले में नृशंस हत्या पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह का कायर्तापूर्ण हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस मुश्किल घड़ी में भारत का साथ देने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही पीएम मोदी ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
पहलगाम हमला
बता दें कि मंगलवार की दोपहर को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 पर्यटकों को अपना निशाना बनाया। मृतकों में 25 भारतीय नागरिक और 1 नेपाली नागरिक का नाम शामिल है।
भारत ने उठाए सख्त कदम
इस हमले के मद्देनजर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें भारत सरकार ने 5 प्वॉइंट एक्शन लेते हुए सिंधु जल समझौता बंद करने जैसे कई बड़े फैसले लिए हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। साथ ही पाकिस्तानी उच्चायोग को 1 हफ्ते में भारत छोड़कर जाना होगा।