फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन जारी जेएनयू छात्रों का हल्ला बोल
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी है. वहीं जेएनयू प्रशासन भी रियायत के बाद पूरी तरह सख्त होता नजर आ रहा है.
प्रशासन की तरफ से मंगलवार को एक नया सर्कुलर जारी किया गया जिसमें छात्रों से अपील की गई कि 12 दिसंबर को होने वाली परीक्षा में हिस्सा लें, अन्यथा उनकी मान्यता भी रद्द हो सकती है. इस सर्कुलर के बाद छात्रों का प्रदर्शन रात में देखने को मिला.
छात्रों ने मंगलवार रात में मशाल जुलूस निकाला और पूरे कैंपस में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. छात्र बढ़ी हुई फीस के रोलबैक की मांग पर अड़े हुए हैं.
अब इन छात्रों के प्रदर्शन में जेएनयू शिक्षक संघ यानि जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन भी पूरे दमखम के साथ उतरने जा रहा है और प्रशासन भवन पर भूख हड़ताल की तैयारी है. बता दें, मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से भी अभी तक कोई हल सामने नहीं आया है.
एचआरडी मंत्रालय ने इसके पहले यूजीसी के पूर्व प्रमुख वी.सी. चौहान की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी, जिसे प्रदर्शनकारी जेएनयू के छात्रों से बातचीत की जिम्मेदारी दी गई थी. छात्रों ने आरोप लगाया था कि प्रशासन प्रस्तावित हॉस्टल शुल्क वृद्धि को लेकर बातचीत से भाग रहा है. यूजीसी के सचिव रजनीश जैन और एनआईसीटीई के सदस्य अनिल सहस्रबुद्धे भी इस उच्चाधिकार प्राप्त समिति के सदस्य हैं.