प्रेमिका को करना था इंप्रेस… इसलिए की मां-बेटी की हत्या

गोरखपुर में पुलिस ने शनिवार को शाहपुर इलाके के घोषीपुरवा में मां-बेटी हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस के मुताबिक, घर के सामने रहने वाला युवक रजत उर्फ रितेश रंजन (21) कातिल निकला, जो मृतक विमला को बुआ कहकर बुलाता था। आरोपी रजत ने प्रेमिका के पिता के कर्ज को चुकाने और उसे महंगा मोबाइल फोन खरीदकर देने के लिए लूट की साजिश रची। विमला के विरोध करने पर मां-बेटी को मार डाला।
पुलिस ने आरोपी रजत को शुक्रवार की रात में उसके घर से गिरफ्तार किया। इसके बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उसके पास से 18 ग्राम गला हुआ सोना, गहने, मोबाइल और नकद 50 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा भी बरामद कर लिया है।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि शाहपुर इलाके के घोषीपुरवा स्थित मकान में 23 नवंबर की रात शांति देवी (75) और उनकी बेटी विमला (55) की हथौड़े से हत्या की गई थी। आरोपी रजत सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी का बेटा है और बीए अंतिम वर्ष का छात्र है।
वह वर्ष 2019 से मोहल्ले की एक लड़की से रिश्ते में था। आरोपी, विमला के घर साथ में अक्सर शराब पीने और मिलने-जुलने जाता था। घर में उसकी आवाजाही इतनी सामान्य थी कि किसी को उस पर कभी शक नहीं हुआ।
एसपी सिटी ने बताया कि घटना वाली रात भी वह शराब पीने के बहाने घर पहुंचा और मौका पाकर अलमारी से कैश व गहने चोरी की कोशिश की, लेकिन विमला ने उसे पकड़ लिया। तब रजत ने कमरे में पड़े हथौड़े से विमला के सिर पर कई वार कर हत्या कर दी। वहीं दूसरी तरफ सोफे पर लेटीं बुजुर्ग शांति देवी ने आवाज सुनी तो रजत को लगा कि वह सबका भंडाफोड़ कर देंगी। उसने उसी हथौड़े से शांति देवी की भी हत्या कर दी।
घड़ियाली आंसू से पुलिस को करता रहा गुमराह
पुलिस के अनुसार, हत्या करने के बाद आरोपी साढ़े चार लाख रुपये व पांच लाख के गहने लेकर घटनास्थल से अपने घर चला गया। अगले दिन जब दोनों का शव मिला तो वह पुलिस के साथ मिलकर आरोपियों को पकड़ने की बात करता रहा। यहां तक कि मृतका के दाह संस्कार के दौरान भी वह मौजूद रहा और लोगों के सामने रोता-बिलखता रहा। पुलिस के अनुसार, वह हर कदम पर जांच को गुमराह करता रहा।
मोबाइल में मिले गहनों और नकदी के फोटो से घेरे में आया आरोपी
डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने लगभग 900 सीसीटीवी फुटेज और 200 मोबाइल नंबरों की सीडीआर खंगाली। इस दौरान जब जांच रजत के फोन तक पहुंची तो उसके मोबाइल में विमला के सोने की ब्रेसलेट और नकदी की तस्वीरें मिलीं। इसे लूट के बाद कैश गिनते हुए आरोपी ने खुद अपने मोबाइल में कैद किया था। इसके बाद पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया।
आरोपी के पास से ये हुआ बरामद
16.94 ग्राम की सोने की चेन, करीब 18 ग्राम गला सोना, एक अंगूठी, मोबाइल, 50 हजार रुपये और एक हथौड़ा।
यह है मामला
शाहपुर के घोसीपुरवा स्थित घर के अंदर 23 नवंबर की रात शांति देवी और उनकी बेटी विमला की हथौड़े से हत्या की गई थी। हथौड़ा कपड़े में लिपटा होने से पुलिस को उस पर उंगलियों के निशान नहीं मिले थे। शुरुआत में मामला संपत्ति और ई-रिक्शा खड़ा करने के विवाद की तरफ झुक रहा था, लेकिन जब विमला की बड़ी बहन लखनऊ से पहुंचीं तो उन्होंने मां के ऑपरेशन के लिए घर में रखे रुपये और विमला के गहने गायब पाए। इसके बाद जांच की दिशा लूट की ओर मुड़ी।





