प्रधान व सचिव शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जमा कराएं जल शुल्क….

जिला पंचायत सभागार में नीर निर्मल परियोजना के तहत ग्राम प्रधान व पंप ऑपरेटरों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें परियोजना के संचालन के साथ ही प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने पर चर्चा की गई। साथ ही कहा गया गया कि प्रधान व सचिव शुद्ध पानी के लिए जल शुल्क जमा कराएं।
जिला विकास अधिकारी रजत यादव ने बताया कि नीर निर्मल परियोजना के तहत पहले चरण में 39 व दूसरे चरण में 12 परियोजनाओं को स्वीकृति मिली थी। पहले चरण की परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जिसे ग्राम पंचायत को हस्तांतरण कराया जा रहा है। परियोजना संचालन को लेकर जल शुल्क जमा न होने से दिक्कतें हो रही हैं। जबतक जल शुल्क जमा नहीं होगा परियोजना के संचालन पर आने वाले का खर्च पूरा नहीं हो सकता। सीडीओ आशीष कुमार ने कहाकि सभी ग्राम प्रधान व सचिव गांवों में जाकर ग्रामीणों से बात करें। जल शुल्क जमा करने पर ही पानी की सुविधा मिल सकेगी। कर्मियों को नियमित भ्रमण करने के निर्देश दिए गए। पाइप पेयजल की पुरानी परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान पाया गया कि इसके तहत एक मजरे में एक कनेक्शन दिया गया है, जिससे घर-घर आपूर्ति नहीं हो पा रही है। अधिशासी अभियंता जलनिगम मुकीम अहमद ने बताया कि इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति के बाद घर-घर कनेक्शन किया जाएगा। सीडीओ ने जल्द लोगों को लाभ देने का निर्देश दिया है। कार्यशाला में अधिशासी अभियंता बिजली अशोक यादव, सहायक अभियंता दिनेश प्रताप सिंह, सुनित सोनकर, सामुदायिक सलाहकार देवेश मिश्र, कुशल गुप्ता, जितेंद्र कुमार मौजूद रहे।





