प्रदेश के सभी किसानों का कर्ज माफ करे सरकार

नुकसान तो सबका होता है, फिर इसमें भेदभाव क्योंः अनूप पाण्डेय

लखनऊ। पूर्वांचल पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप पाण्डेय ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के किसानों का जो कर्ज माफ किया है उसमें वहीं किसान शामिल हैं, जिनका कर्ज एक लाख रुपये तक है। अगर कर्ज एक लाख रुपये से ऊपर है तो यह माफ नहीं किया जाएगा, यह अन्याय है। यह किसानों के प्रति दिखावे की हमदर्दी है। ऐस लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह कर्जमाफी मजबूरी में किया गया है। श्री पाण्डेय ने कहा है कि जब खेती घाटे का सौदा है तो क्या छोटा किसान, क्या बड़ा किसान, नुकसान तो सबका होता है। फिर इसमें भेदभाव क्यों!

श्री पाण्डेय ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि अभी तक किसानों की आत्महत्याओं की जो घटनाएं सामने आयी हैं, उसमें छोटे और बड़े किसान दोनों शामिल हैं। उन्होंने कहा कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज सार्वजनिक बैंक के बट्टेखाते में डाल दिया गया। इसमें 70 फीसदी कारपोरेट जगत था जबकि किसानों को जिंदा रखने में सरकार का हृदय छोटा क्यों हो जाता है!

श्री पाण्डेय ने सरकार से मांग की है कि कर्जकाफी के लिए लघु व सीमांत किसानों के लिए जो मानक सरकार ने बनाया है, उसको खत्म कर सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाये, क्योंकि उत्तर प्रदेश के समस्त किसानों की एक ही पीड़ा है। प्रदेश सरकार द्वारा आधे-अधूरे मन से जो कर्जमाफी की गयी है, उस पर फिर से विचार करना चाहिए। अगर उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की सच्ची हितैषी है तो सभी किसानों का कर्ज माफ कर सबके साथ न्याय करना चाहिए।

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