प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगभग एक करोड़ से अधिक अलग-अलग स्थानों पर लगाया जुर्माना

 उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर धूल फैलाने और वायु प्रदूषण बढ़ाने का दोषी पाए जाने पर लगभग ₹90 लाख का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई बीते 1 साल से पाई जा रही लापरवाही के चलते लगाई गई है।

इस वर्ष प्रदूषण के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने कई अन्य फैक्ट्रियों पर भी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई बीते दिनों एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा होने के बाद की गई है। इस वर्ष प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

एक करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला

शनिवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगभग एक करोड़ से अधिक का जुर्माना अलग-अलग स्थानों पर लगाया है। उत्तर प्रदेश पुलिस नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा का कहना है कि जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले लोगों पर सोमवार से लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई करेंगे।

प्‍लास्‍टिक का इस्‍तेमाल करने वाले भी नहीं बचेंगे

धूल, धुआं और गंदगी फैलाने व पॉलीथिन का इस्तेमाल करने वालों को भी चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाया जाए। बता दें कि एनएचएआइ को पहले भी सड़क निर्माण में लापरवाही के कारण जुर्माना किया जा चुका है। इसके लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने मिलकर कार्रवाई की है। सड़कों के निर्माण के वक्‍त उड़ती धूल के लिए कई बार लोगों की शिकायत पर सरकार ने एनएचएआइ को निर्दश जारी किया कि धूल उड़ने से लोगों को परेशानी होती है। इसलिए समय-समय पर पानी का छिड़काव करते रहें।

जुर्माने लगाया जाने पीछे यह बिंदु बने कारण  

  • वायु गुणवत्ता कितनी प्रभावित हुई धूल उड़ने से।
  • हाईवे बनने में कितने समय तक खोदाई हुई।
  • 5 वर्षों में धूल उडऩे से रोकने को क्या उपाय किए गए।
  • कितनी आबादी पर धूल उडऩे से हुआ दुष्प्रभाव।
  • एक किमी में कितनी मिट्टी निकली गई रोड चौड़ा करने में।

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