पेट्रोल पंप पर कूट दिए गए SDM साहब छोटू लाल शर्मा

दरअसल यह पूरा विवाद एक पेट्रोल पंप पर किसी मामूली बात को लेकर शुरू हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि एसडीएम की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को हैरान भी कर दिया है और सोचने पर भी मजबूर कर दिया है। यह मामला राजस्थान के भीलवाड़ा का है, जहां के एसडीएम छोटू लाल शर्मा एक पेट्रोल पंप पर हुए विवाद के बाद चर्चा में आ गए हैं। वीडियो सामने आने के बाद यह मामला अब सोशल मीडिया पर लोगों की बहस का विषय बन गया है। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
दरअसल यह पूरा विवाद एक पेट्रोल पंप पर किसी मामूली बात को लेकर शुरू हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि एसडीएम की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी ने उन्हें देखकर गंदी हरकत की, उसने आंख मारी और गलत कमेंट करते हुए कहा, “क्या माल लग रही है।” इस शिकायत के बाद मामला और गरमा गया।
पेट्रोल पंप के कर्मचारी से हुई बहस
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एसडीएम छोटू लाल शर्मा और पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी के बीच तीखी बहस हो रही है। दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ जाता है कि बात हाथापाई तक पहुंच जाती है। तभी पेट्रोल पंप का एक और कर्मचारी बीच-बचाव करने आता है, लेकिन झगड़ा शांत होने के बजाय और बढ़ जाता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एसडीएम साहब गुस्से में आकर एक कर्मचारी को थप्पड़ मार देते हैं। इसके बाद कर्मचारियों की तरफ से भी प्रतिक्रिया होती है और दोनों ओर से धक्का-मुक्की शुरू हो जाती है।
पत्नी भी बहस में हो जाती है शामिल
कुछ ही देर में एसडीएम की पत्नी भी वहां पहुंच जाती हैं। वह भी इस विवाद में शामिल हो जाती हैं और चिल्लाते हुए कर्मचारियों से बहस करने लगती हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और कुछ देर में यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया। अब यह वीडियो हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।
वीडियो पर लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रियाएं
लोग इस वीडियो पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि एक सरकारी अधिकारी को इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए थी। वहीं कुछ लोग पूरे मामले को सिस्टम की नाकामी से जोड़कर देख रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि जब अधिकारी ही खुद नियमों को ताक पर रख दें तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है।





