पूर्ण संतुष्टि के दौरान महिलाओं को फील होते हैं ये 4 तरह के अहसास

सेक्स में जब तक आप ओर्गेस्म तक नहीं पहुँचते आपको सेक्स में संतुष्टि नहीं मिलती. सेक्स में पूर्ण संतुष्टि पाने के लिए आपको कुछ खास टिप्स अपनानी पड़ती है. पर्सनल रिलेशनशिप में सेक्स किसी टॉनिक की तरह काम करता है. सेक्स केवल फिजिकल कनेक्शन नहीं है बल्कि यह पार्टनर्स को इमोशनली जोड़ने का काम करता है. अक्सर यह बात सामने आती है कि महिलाओं को सेक्स के दौरान ऑर्गैज्म कैसे मिल सकता है.

अगर ऐसा ही सोचते हैं तो आपको बता दें कई अलग-अलग रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि सेक्स के दौरान कुछ महिलाओं को एक से अधिक बार भी ऑर्गैज्म हो सकता है. जबकि कुछ महिलाओं को इस स्थिति तक पहुंचने में बहुत वक्त लगता है या कम ही बार उन्हें यह फील हो पाता है. जानिए उन टिप्स के बारे में. 

क्लिटोरल ऑर्गैज्म 
क्लिटोरल ऑर्गैज्म सबसे जल्दी और फास्ट तरीके से होने वाला ऑर्गैज्म माना जाता है. वजाइना में क्लिटोरिस पर फिंगर, टंग या सेक्स टॉय का लाइट, सर्कुलर और लगातार टच किसी महिला को बहुत जल्द ऑर्गैज्म फील करा सकता है. यह ऑर्गैज्म इस ऐक्ट को जल्द पूरा करने वाला नहीं बल्कि इसकी नीड बढ़ाने वाला भी माना जाता है.

जी-स्पॉट ऑर्गैज्म
जी-स्पॉट ऑर्गैज्म क्लिटोरल ऑर्गैज्म से थोड़ा इनर और डीप होता है. जी-स्पॉट वजाइना में एक से दो इंच अंदर की तरफ होता है. यह वजाइना की इनर वॉल होती है.

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फीमेल इजैक्युलेशन
फीमेल इजैक्युलेशन को squirting भी कहा जाता है. इसका अनुभव अधिकतर महिलाएं करती हैं. इसके बाद फिजिकल सेटिस्फेक्शन के साथ ही अक्सर इमोशनल सेटिस्फेक्शन भी फील होता है.

सर्विकल ऑर्गैज्म
सर्विकल ऑर्गैज्म को बेस्ट ऑर्गैज्म माना जाता है. सर्विकल ऑर्गैज्म के दौरान महिलाओं को शांति, सुख और खुशी का अहसास होता है. सर्विक्स गर्भाशय और यूट्रस के बीच एक कड़ी की तरह काम करती है. इस ऑर्गैज्म तक पहुंचने के लिए मिशनरी सेक्स पॉजिशन को बेस्ट माना जाता है.

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