पूर्णिया में सत्ता का महासंग्राम, सात सीटों पर वोटिंग

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के तहत आज पूर्णिया जिले की सात विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिले के 2553 मतदान केंद्रों पर कुल 20 लाख 93 हजार 212 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतों के साथ ही 69 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में कैद हो जाएगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने बताया कि प्रशासन ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी की है। जिले के सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। कुल 492 संवेदनशील और 23 अति संवेदनशील बूथों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत ने बताया कि चुनाव को लेकर जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। हर प्रवेश द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात हैं। थाना पुलिस को भी चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
मतदाताओं से अपील
डीएम अंशुल कुमार ने मतदाताओं से लोकतंत्र के इस पर्व में सजगता और उत्साह के साथ भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है। हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करे। पिछले चुनावों की तुलना में मतदान प्रतिशत में वृद्धि जरूरी है।”
मतदाताओं के लिए दिशा-निर्देश
जिन मतदाताओं के पास फोटो पहचान पत्र नहीं है, वे भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मान्य 14 वैकल्पिक दस्तावेजों (जैसे पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड आदि) में से किसी एक का उपयोग कर सकते हैं।
मतदान केंद्र पर पहचान पत्र अवश्य साथ रखें और बूथ पर पहुंचकर अपनी क्रमांक पर्ची प्राप्त करें।
धूप से बचाव के लिए पानी, छाता या गमछा साथ रखें और घर के बुजुर्गों को पहले मतदान कराने का प्रयास करें।
प्रत्याशियों और एजेंटों के लिए निर्देश
कोई भी प्रत्याशी, मतदाता या एजेंट सुरक्षा गार्ड लेकर मतदान केंद्र में प्रवेश नहीं करेगा।
प्रत्याशी का कैंप मतदान केंद्र से कम से कम 200 मीटर की दूरी पर होना चाहिए।
कैंप में पार्टी झंडा, पोस्टर या प्रचार सामग्री न लगाएं।
मतदाताओं को ढोने के लिए किसी भी वाहन का उपयोग प्रतिबंधित है।
मतदाता पर्ची में किसी पार्टी या प्रत्याशी का नाम न लिखा जाए।
मतदान केंद्रों के आसपास लाउडस्पीकर बजाने पर रोक रहेगी।
पूर्णिया में मतदान को लेकर प्रशासनिक मशीनरी अलर्ट मोड में है। जिला प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि इस बार मतदान प्रतिशत में रिकॉर्ड वृद्धि होगी और लोग लोकतंत्र के इस पर्व में उत्साहपूर्वक हिस्सा लेंगे।





