पूरा हुआ ऑपरेशन महालक्ष्मी, सुरक्षित निकाले गये ट्रेन में फंसे सभी यात्रियों
मुंबई में भारी बारिश के बाद रेलवे ट्रैक पर फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस के सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. जिन यात्रियों को ट्रेन से रेस्क्यू किया गया उनमें 9 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं. रेलवे की तरफ से जारी बयान में यात्रियों की कुल संख्या 700 बताई गई है. ट्रेन से निकाले गए यात्रियों को लेकर स्पेशल रिलीफ ट्रेन कल्याण से कोल्हापुर जाएगी. ट्रेन में 19 डिब्बे लगाए गए हैं. यात्रियों के खाने, पानी और दवाइयों का इंतजाम भी किया गया है. ट्रेन के ट्रैक पर फंसने के बाद सुबह करीब 11 बजे राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया.
बदलापुर स्टेशन भेजे जा रहे यात्री
ट्रेन में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य में नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि बचाव कार्य में एनडीआरएफ, सेना, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और रेलवे मंत्रालय के एक्सपर्ट ने हिस्सा लिया था. फिलहाल ट्रेन से निकाले गए सभी यात्रियों को बदलापुर स्टेशन पहुंचाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने की अपील
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इससे पहले महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे यात्रियों से राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने कहा था ‘चिंता मत कीजिए’. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा था आप लोग चिंता मत कीजिए. मौके पर एनडीआरएफ, सेना, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और रेलवे मंत्रालय के एक्सपर्ट बचाव में जुटे हुए हैं. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया था कि कि राहत कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा. बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ की तरफ से जारी बयान में बताया गया था कि 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
ट्रेन में 9 गर्भवती महिलाएं भी थी
ट्रेन से बाहर निकाले गए यात्रियों में बच्चों और बुजुर्ग के अलावा 9 गर्भवती महिलाएं भी हैं. कुछ मीडिया रिपोर्टस में ट्रेन में यात्रियों की संख्या 2000 बताई जा रही थी. यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए इमरजेंसी में एंबुलेंस और 37 डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया था. चिकित्सकों की टीम में गायनोकोलॉजिस्ट भी थी. आपको बता दें एनडीआरएफ टीम ने सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया, इसके बाद उम्रदराज लोगों को ट्रेन से बाहर निकाला. बच्चों और बुजुर्गों के बाद अंत में पुरुषों को ट्रेन से निकाला गया.