पुंछ के पहाड़ी इलाके में भूस्खलन से प्राथमिक स्कूल की छत टूटी

पुंछ जिले के बैंछ कलसां में भूस्खलन से एक प्राइमरी स्कूल प्रभावित हुआ, जिसमें एक बच्चे की मौत और चार अन्य घायल हो गए। सभी घायलों को राजा सुखदेव सिंह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुंछ जिले के दूरदराज पहाड़ी क्षेत्र बैंछ कलसां में सरकारी प्राइमरी स्कूल पर आज सुबह भूस्खलन होने से एक बच्चे की मौत हो गई और चार बच्चे तथा एक शिक्षक घायल हो गए। यह हादसा सुबह लगभग 9:45 बजे तब हुआ जब स्कूल के पीछे की पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिरा, जिसने स्कूल की छत और दीवार तोड़ते हुए उस कमरे में प्रवेश किया जहां बच्चे पढ़ाई कर रहे थे।
इस घटना में 9 वर्षीय मोहम्मद असन पुत्र मोहम्मद रफीक की मौके पर ही मौत हो गई। घायल बच्चों में मोहम्मद आफताब, बिलाल फारूक, मोहम्मद सफीर, साइबा कोर्स तथा शिक्षक मोहम्मद रियाज शामिल हैं। सभी घायलों को ग्रामीणों और सेना के सहयोग से राजा सुखदेव सिंह जिला अस्पताल पुंछ पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। अधिकारियों के अनुसार घायलों की हालत खतरे से बाहर है।
हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर विकास कुंडल और एसपी मोहन शर्मा अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
इस मामले में डीडीसी चैयरमैन ताजीम अख्तर, पूर्व एमएलसी प्रदीप शर्मा और एडीडीसी पंकज मगोत्रा ने भी अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल के पीछे पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण के लिए पहाड़ की कटाई की गई थी, लेकिन सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं किया गया, जिससे यह हादसा हुआ।
डीडीसी चैयरमैन ताजीम अख्तर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस भूस्खलन की जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य भी तेज कर दिया है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
यह घटना पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी की ओर गंभीर चेतावनी है, जहां बरसात के मौसम में भूस्खलन का खतरा बना रहता है। प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से क्षेत्रवासियों को बेहतर सुरक्षा उपायों की उम्मीद है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुंछ के कलसां प्राथमिक स्कूल में हुए भूस्खलन में 5 वर्षीय बच्चे की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया और दिवंगत बच्चे के परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।