पीरियड शेमिंग को रोकने की जरूरत है- अलंकृता सहाय
मॉडल और एक्ट्रेस अलंकृता सहाय का कहना है कि ‘पीरियड टू पीरियड शेम’ एक शानदार कदम और पहल है और हमें पीरियड शेमिंग को रोकने की जरूरत है।
बिजनेस और एकेडमिक लोगों के साथ ही बॉलीवुड के लोगों ने भी ने इस दो दिवसीय इवेंट में पीरियड्स के बारे में अवेरनेस को लेकर बात की। #PeriodToPeriodShame की पहल महीने भर में लगभग 4.2 मिलियन महिलाओं तक पहुंचेगी और उन्हें पीरियड से शर्म ना करने के बारे में बताएगी।
अलंकृता सहाय ने इस पहल के बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि यह शानदार पहल है और इसे हमारे देश में बहुत आगे आने की जरूरत है। हमारे देश में, पीरियड्स को बहुत ही शर्म के साथ देखा जाता है, और मेरे हिसाब से एक औरत को कभी भी इज्जत के अलावा किसी और चीज से नहीं देखना चाहिए। एक औरत का शरीर बहुत सुंदर होता है और हम उसके को-क्रिएटर्स होते हैं, इसलिए हमें रिस्पेक्ट मिलना चाहिए।”
अलंकृता ने कहा, “ये पहल हर एक औरत के शरीर का सम्मान करने के बारे में है। आज के समय में हमारे देश में बॉडी शेमिंग एक बड़ी समस्या है, और पीरियड शेमिंग को रोकना भी बहुत जरूरी है। पीरियड्स औरतों के शरीर का एक बॉयोलॉजिकल पार्ट है। गॉवों में औरतों को इसके लिए आज भी अपमानित किया जा रहा है, उन्हें मंदिरों और रसोईघर में नहीं जाने दिया जाता, और साथ ही उन्हें पीरियड्स के दौरान अलग रखा जाता है। पीरियड्स महिलाओं के शरीर का सबसे सुंदर और खूबसूरत हिस्सा है, पीरियड्स होना ठीक है, लेकिन पीरियड्स का मिस हो जाना प्रॉब्लम हो सकता है।”
आगे अलंकृता ने कहा, “पीरियड्स होना एक अच्छी बात है और हम सब ने एक औरत से ही जन्म लिया हैं, इसलिए हमें इस प्रोसेस के बारे में लोगों को बताने और उनकी रिस्पेक्ट करने की जरूरत है। हमें, सभी को इसके बारे में जागरूक करने की जरूरत है। हांलाकि इसमें समय लगेगा लेकिन इसे करने की जरूरत है।”
इस इवेंट के दौरान वहां सर डॉ हुज़, वरुण नरूला, इशित गर्ग, रिज़वान अदातिया, संदीप दत्ता, सौम्यता तिवारी, अनु अग्रवाल और मॉडल अलंकृता सहाय उपस्थित थी। वॉकहार्ट फाउंडेशन ग्लोबल ऑफिस और एसएल रहेजा हॉस्पिटल माहिम में डॉ निधि कुमार और योगिनी श्लोक ने इस इवेंट को होस्ट किया था।
इवेंट के दौरान देश भर के पुरुषों और औरतों से कहा गया कि वे अपने पीरियड की कहानियों को सोशल मीडिया पर #PeriodToPeriodShame के साथ शेयर करें।