पीरियड्स पर बनीं भारत की इस फिल्म को मिला ऑस्कर, इस शहर में हुई थी शूटिंग
भारत के ग्रामीण क्षेत्र में माहवारी के समय महिलाओं को होने वाली समस्या और पैड की अनुपलब्धता को लेकर बनी एक शॉर्ट फिल्म ‘ पीरियड : द एंड ऑफ सेंटेंस’ को ‘डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट’ श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार मिला है। इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन रायका जेहताबची ने किया है और इसे भारतीय प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की ’सिखिया एंटरटेनमेंट’ ने प्रोड्यूस किया है। यह डॉक्यूमेंट्री ‘ऑकवुड स्कूल इन लॉस एंजिलिस’ के छात्रों और उनकी शिक्षक मिलिसा बर्टन द्वारा शुरू किए गए ‘द पैड प्रोजेक्ट’ का हिस्सा है।
जेहताबची ने ऑस्कर पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘ मैं इसलिए नहीं रो रही हूं कि मेरा माहवारी चल रहा या कुछ भी। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि माहवारी को लेकर बनी कोई फिल्म ऑस्कर जीत सकती है।’ वहीं बर्टन ने इस पुरस्कार को अपने स्कूल को समर्पित करते हुए कहा कि इस परियोजना का जन्म इसलिए हुआ क्योंकि लॉस एंजिलिस के मेरे विद्यार्थी और भारत के लोग बदलाव लाना चाहते थे। इस डॉक्यूमेंट्री की कहानी दिल्ली के बाहरी इलाके ‘हापुड़’ की है।
भारत के लिए ऑस्कर का यह क्षण एक दशक के बाद आया है, जब ए आर रहमान और साउंड इंजीनियर रसूल पोकुट्टी को ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के लिए 2009 में अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा मेक्सिको के निर्देशक अल्फोंसो कुरों की ‘रोमा’ को ऑस्कर में ‘विदेशी भाषा फिल्म’ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है। यह मेक्सिको की पहली फिल्म है जिसको इस श्रेणी में पुरस्कार मिला है।
‘रोमा’ के निर्देशक कुरों को 91वें अकादमी अवॉर्ड समारोह में सिनेमैटोग्राफी के लिए भी ऑस्कर मिला है। रिलीज होने के बाद से ही इस फिल्म की तारीफ सिनेमैटोग्राफी के लिए भी की जा रही थी। कुरों ऐसे पहले व्यक्ति हैं, जिन्हें अपनी ही निर्देशन में बनी फिल्म के लिए सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार मिला है।
कुरों की इस ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ फिल्म से लोगों को काफी आशा थी। इस श्रेणी में ‘कोल्ड वॉर (पोलैंड), ‘ शॉपलिफ्टर्स (जापान)’, ‘ नेवर अवे (जर्मनी)’, ‘केपरनौम (लेबनान)’ भी नामित थी। रोमा की की कहानी 1970 के दशक के मेक्सिको की है। इस फिल्म को नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया गया था।