‘पीछे देखो पीछे’ मीम वाले अहमद शाह के भाई की कार्डियक अरेस्ट से मौत

सोशल मीडिया पर अपने मशहूर डायलॉग पीछे देखो पीछे से रातोंरात स्टार बने पाकिस्तान के चाइल्ड आर्टिस्ट Ahmad Shah के छोटे भाई उमर का हाल ही में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया है। एक समय था जब दिल के दौरे को बुढ़ापे से जोड़कर देखा जाता था लेकिन अब यह कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बना रहा है।
सोशल मीडिया पर “पीछे देखो पीछे” वाले मीम से मशहूर हुए चाइल्ड आर्टिस्ट अहमद शाह को भला कौन नहीं जानता? हाल ही में उनके छोटे भाई उमर शाह की अचानक मौत की खबर ने सभी को हैरान कर दिया है। महज कुछ ही पलों में हुई यह घटना इतनी गंभीर थी कि डॉक्टर्स तक भी कुछ नहीं कर पाए। रिपोर्ट्स के अनुसार उमर को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया और उनका दिल धड़कना बंद हो गया।
अहमद शाह ने अपने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि उनका छोटा भाई उमर अब इस दुनिया में नहीं रहा (Ahmad Shah Brother Passes Away)। उन्होंने लोगों से दुआओं की अपील करते हुए कहा कि परिवार को इस कठिन समय में याद रखें।
जाहिर तौर पर इतनी कम उम्र में दिल की बीमारी या कार्डियक अरेस्ट की बात सुनना बहुतों के लिए चौंकाने वाला है, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट्स बताती हैं कि अब यह खतरा (Cardiac Arrest In Children) सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवा और बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट?
कार्डियक अरेस्ट को आम भाषा में दिल का अचानक रुक जाना कहा जा सकता है। इसमें हार्ट की मांसपेशियां अचानक धड़कना बंद कर देती हैं। जब ऐसा होता है तो खून का फ्लो रुक जाता है और व्यक्ति बेहोश हो जाता है। अगर तुरंत मेडिकल हेल्प न मिले तो कुछ ही मिनटों में मौत हो सकती है।
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में फर्क
कई लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को एक जैसा मान लेते हैं, जबकि दोनों अलग-अलग स्थितियां हैं:
हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की धमनियों में ब्लॉकेज (रुकावट) आ जाती है और खून का प्रवाह रुक जाता है।
कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन ही रुक जाती है। यह अक्सर अचानक और बिना चेतावनी के होता है।
क्यों बढ़ रहे हैं कम उम्र में दिल के दौरे?
कम उम्र में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के कई कारण हैं, जिनमें हमारी लाइफस्टाइल और खान-पान सबसे ऊपर हैं।
खराब खान-पान: जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड और हाई शुगर इनटेक शरीर में कोलेस्ट्रॉल और फैट बढ़ाता है, जो हार्ट की नसों को ब्लॉक कर सकता है।
बढ़ता स्ट्रेस: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है। लगातार तनाव में रहने से शरीर में कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हॉर्मोन बढ़ते हैं, जो सीधे दिल की सेहत पर बुरा असर डालते हैं।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी: कंप्यूटर और मोबाइल पर घंटों बैठे रहने से शारीरिक मेहनत कम हो गई है। एक्सरसाइज की कमी से मोटापा बढ़ता है और दिल पर दबाव आता है।
नींद की कमी: पर्याप्त नींद न लेना भी दिल की सेहत के लिए हानिकारक है। कम नींद से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
धूम्रपान और शराब: धूम्रपान और शराब का सेवन दिल की नसों को सिकोड़ देता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
आनुवंशिक कारण: अगर आपके परिवार में किसी को दिल की बीमारी है, तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
अगर आप या आपके आसपास कोई भी व्यक्ति इन लक्षणों को महसूस करता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
छाती में दर्द या बेचैनी: छाती के बीच में या बाईं तरफ भारीपन, दबाव या दर्द महसूस होना।
सांस लेने में दिक्कत: बिना किसी मेहनत के भी सांस फूलना।
शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द: गर्दन, जबड़े, पीठ, या बाएं हाथ में दर्द महसूस होना।
पसीना आना, चक्कर आना या जी मिचलाना: अचानक बहुत ज्यादा पसीना आना या कमजोरी महसूस होना।
कैसे रखें हार्ट को हेल्दी?
कम उम्र में दिल के दौरे के खतरे को कम करने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा:
हेल्दी डाइट: अपने खाने में फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें। जंक फूड और ज्यादा मीठी चीजों से बचें।
रेगुलर एक्सरसाइज: रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलें, साइकिल चलाएं या कोई भी एक्सरसाइज करें।
स्ट्रेस मैनेज करें: योग, मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग वाली एक्सरसाइज करें और पर्याप्त नींद लें।
रेगुलर हेल्थ चेकअप: अगर आपकी फैमिली में हार्ट से जुड़ी बीमारी की हिस्ट्री है, तो रेगुलर डॉक्टर से हेल्थ चेकअप कराएं।
उमर शाह का अचानक जाना यह सोचने पर मजबूर करता है कि दिल की बीमारी अब किसी उम्र की मोहताज नहीं रही। समय रहते अगर हम अपने बच्चों और खुद की सेहत पर ध्यान दें, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।