पाना है जीवनभर का पुण्य? तो अनंत चतुर्दशी पर करें इन धामों की यात्रा

आप कई प्रसिद्ध श्रीहरि मंदिरों के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां भारत के कुछ ऐतिहासिक और भव्य मंदिरों के बारे में बताया जा रहा है, जहां आप दर्शन के लिए जा सकते हैं।

अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। भक्त मानते हैं कि अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु के व्रत और दर्शन से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती है और सुख समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। यही कारण है कि इस दिन देशभर के प्रमुख विष्णु और श्रीहरि मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है। आप भी यात्रा के शौकीन हैं तो अनंत चतुर्दशी को देश के सबसे मशहूर, पवित्र और प्राचीन भगवान विष्णु के मंदिरों के दर्शन के लिए जाएं।

श्रीहरि के मंदिरों में उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ धाम समेत कई चमत्कारी मंदिर शामिल हैं। हालांकि पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा के कारण भूस्खलन और प्राकृतिक आपदा के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में बद्रीनाथ धाम की यात्रा से पहले मौसम की जानकारी, यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी एकत्र करके ही सफर की शुरुआत करें। इसके अलावा भी कई प्रसिद्ध श्रीहरि मंदिरों के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां भारत के कुछ ऐतिहासिक और भव्य मंदिरों के बारे में बताया जा रहा है, जहां आप दर्शन के लिए जा सकते हैं।

श्री रंगनाथस्वामी मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु का श्रीरंगम मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन और विशाल मंदिरों में गिना जाता है। इसे भगवान विष्णु के आठ स्वयंभू स्वरूपों में से एक माना जाता है। अनंत चतुर्दशी पर यहां हजारों भक्त एकत्रित होकर भगवान के अनंत स्वरूप की पूजा करते हैं। इसकी भव्य वास्तुकला और विशाल गोपुरम पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा
ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के जगन्नाथ स्वरूप को समर्पित है। अनंत चतुर्दशी पर यहां दर्शन करने से भक्तों को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। मंदिर की रथयात्रा और उत्सव विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। इस दिन मंदिर परिसर में विशेष भोग और भजन संध्या का आयोजन किया जाता है, जो आस्था और संस्कृति का अनूठा अनुभव कराता है।

पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल
केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर भगवान विष्णु के शयन मुद्रा स्वरूप को समर्पित है। इस मंदिर को दुनिया का सबसे धनी मंदिर भी माना जाता है। अनंत चतुर्दशी पर भक्त विशेष पूजा करके श्रीहरि से जीवन में शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। यहाँ की आध्यात्मिक आभा हर यात्री को दिव्य अनुभव कराती है।

अयोध्या और द्वारका के मंदिर
अयोध्या और द्वारका, भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण की नगरी के रूप में प्रसिद्ध हैं। अनंत चतुर्दशी पर यहाँ विशेष धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। अयोध्या का श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और द्वारका का द्वारकाधीश मंदिर इस अवसर पर दर्शन के लिए प्रमुख आकर्षण बनते हैं। यहाँ की आध्यात्मिक यात्रा श्रद्धालुओं के जीवन को गहराई से स्पर्श करती है।

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