पाकिस्तान से युद्ध की आहट के बीच विदेशी निवेशकों ने बढ़ाई खरीदारी या निकाल लिए पैसे?

पहलगाम में आतंकवादी हमले का भारतीय शेयर बाजारों पर अभी कोई निगेटिव असर देखने को नहीं मिला है। हमले वाले दिन से तुलना करें तो सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा और एनएसई 50 करीब 225 अंक ऊपर हैं। बुधवार को भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद बाजार स्थिर बने हुए हैं। इसका एक प्रमुख कारण भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का भरोसा है।
FPI लगातार कर रहे हैं निवेश
पहलगाम हमला 22 अप्रैल को हुआ था। उसके बाद 6 मई तक 9 ट्रेडिंग सेशन में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इक्विटी में 26,035 करोड़ रुपये का निवेश किया। एक दिन भी ऐसा नहीं रहा जब FPI निवेश निगेटिव हुआ हो। हमले से पहले 15 अप्रैल को FPI ने इक्विटी से 2,352 करोड़ रुपये निकाले थे। उसके बाद से उनका निवेश रोजाना पॉजिटिव बना हुआ है।
हमले के अगले दिन था तेजी का माहौल
हमले के दिन 22 अप्रैल को सेंसेक्स 79,595.59 पर बंद हुआ था। हमले की खबर आने के बावजूद अगले दिन सेंसेक्स 520 अंकों की बढ़त के साथ 80,116.49 पर बंद हुआ।
लगभग यही स्थिति नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की रही। इसका NSE 50 इंडेक्स 22 अप्रैल को 24,167.25 पर बंद हुआ था। अगले दिन यह 161 अंक बढ़कर 24,328.95 पर बंद हुआ।
बुधवार को जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए तो उसके बाद पाकिस्तान के शेयर बाजार में तो गिरावट का माहौल है, लेकिन भारतीय बाजार स्थिर बने हुए हैं। दोपहर 1.00 बजे सेंसेक्स 80,655 और NSE 50 इंडेक्स 24,392 पर थे।
कम हुआ है पूरे बाजार का मार्केट कैप
पहलगाम हमले के दिन 22 अप्रैल को शेयर बाजार में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Cap) 428.15 लाख करोड़ रुपये था। हमले के अगले दिन, यानी 23 अप्रैल को मार्केट कैप 431.27 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया था। हालांकि उसके बाद मार्केट कैप में किसी दिन बढ़त रही तो किसी दिन गिरावट भी हुई। फिलहाल यह 423.15 लाख करोड़ रुपये के आसपास है।