पाकिस्तान में बुरी तरह से तबाही मचाने वाला हैं कोरोना, पढ़े ये चौका देने वाली रिपोर्ट…

पाकिस्तान में 1 अप्रैल तक कोरोना वायरस संक्रमण के 2300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और इससे 32 लोगों की मौत हो चुकी है. दक्षिण एशिया में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले पाकिस्तान में ही हैं. पाकिस्तान आबादी के मामले में दुनिया में पांचवे स्थान पर है. डगमगाती अर्थव्यवस्था से लेकर और खराब स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से पाकिस्तान में कोरोना वायरस का खतरा और भी ज्यादा गंभीर है.

फिलहाल, पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कम मामले हैं लेकिन इसकी अर्थव्यवस्था पहले ही इसके बुरे असर को झेल रही है. कोरोना वायरस के असर की वजह से पाकिस्तान 30 अरब रुपए का नुकसान सह चुका है. एक अनुमान के मुताबिक, अगर पाकिस्तान में कोरोना वायरस से हालात और खराब होते हैं तो उसे 1.3 ट्रिलियन रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है. पाकिस्तान पहले से ही तमाम देशों के कर्ज तले डूबा हुआ है.

संयुक्त राष्ट्र ने भी कोरोना से उपजे आर्थिक संकट को लेकर चेतावनी जारी की है. यूएन कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड ऐंड डिवलेपमेंट (यूएनसीटीएडी) के मुताबिक, पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों को भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है. भारी कर्ज और आर्थिक मंदी के साथ मिलकर कोरोना वायरस की महामारी पाकिस्तान, अर्जेंटीना और उप-सहारा अफ्रीकी देशों के लिए बहुत ही डरावना संकट लेकर आएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, इन देशों की अर्थव्यवस्था को निर्यात में गिरावट, महंगाई दर कम होने और मुद्रा अवमूल्यन की वजह से बड़ा झटका लगेगा. यह आर्थिक संकट 2008 के आर्थिक संकट से ज्यादा बुरा होगा.

पाकिस्तान की सरकार ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए 1.2 ट्रिलियन रुपये की आर्थिक योजना पेश की है. इस कार्यक्रम के तहत, सरकार अगले चार महीनों के लिए बेनजीर आय सहायता राशि को बढ़ाकर 3000 रुपये प्रति माह कर देगी, इससे 1 करोड़ घरों को सीधे लाभ होगा. इसके अलावा, कारोबारियों की मदद के लिए भी 100 अरब रुपये खर्च किए जाएंगे. इस योजना की फंडिंग के लिए सरकार विश्व मुद्रा कोष और वर्ल्ड बैंक के साथ बातचीत कर रही है.

अर्थव्यवस्था के ढह जाने के डर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अभी तक देश भर में लॉकडाउन को लागू नहीं किया है. हालांकि, ईरान से लौटे लोगों के भारी संख्या में संक्रमित पाए जाने के बाद पाकिस्तान ने ईरान और अफगानिस्तान से लगी सीमा को बंद कर दिया है. पाकिस्तान में सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी स्थगित कर दिया गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लॉकडाउन ना के फैसले की आलोचना पर कहा था कि वह कोरोना वायरस से पहले लोगों को भुखमरी और गरीबी से नहीं मरने दे सकते. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांत सिंध ने पूरी तरह से लॉकडाउन किया है जबकि पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आंशिक तौर पर लॉकडाउन किया है.

पाकिस्तान की खस्ताहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी चिंता जताई जा रही है. अगर आंशिक तौर पर लागू लॉकडाउन असरदार साबित नहीं होते हैं तो पाकिस्तान का हेल्थकेयर सिस्टम इसे संभाल नहीं पाएगा. पाकिस्तान अपनी जीडीपी का महज 2.4 फीसदी ही स्वास्थ्य क्षेत्र पर खर्च करता है. पाकिस्तान स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता और पहुंच के मामले में भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका से बहुत पीछे है. 195 देशों में से पाकिस्तान की रैंकिंग 154 है. पाकिस्तान में 194,000 स्वास्थ्यकर्मी हैं जिनमें से सिर्फ 30,000 को आईसीयू में काम करने का अनुभव है. यहां की आबादी 20 करोड़ से ज्यादा है, ऐसे में कोरोना वायरस की महामारी फैली तो बहुत बड़ा संकट पेश होगा.

हालांकि, कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान भी चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा है. चीन ने पाकिस्तान के हेल्थकेयर सिस्टम को दुरुस्त करने में मदद की है. 25 मार्च को चीन ने पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर मेडिकल सप्लाई भेजी. चीन ने दो जहाज और कई ट्रकों से पाकिस्तान में मेडिकल से जुड़े किट्स और दवाइयां भेजीं. चीन की ओर पाकिस्तान भेजे गए सामान की लागत 6.7 करोड़ रुपये की है. इनमें पांच लाख सर्जिकल मास्क, 50 हजार टेस्टिंग किट्स, 15 हजार प्रोटेक्टिव सूट्स और 50 हजार N96 रेसिपिरेटर्स हैं.

चीन ने पाकिस्तान को आश्वस्त किया है कि वो लगातार मेडिकल सप्लाई भेजता रहेगा. उम्मीद की जा रही है कि इस हफ़्ते भी पाकिस्तान को चीन से 20 टन मेडिकल गुड्स और 20 वेंटिलेटर्स मिलेंगे. पाकिस्तान के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन लेफ्टिनेंट मोहम्मद अफजल ने घोषणा की है कि अगले हफ्ते चीन मेडिकल सप्लाई के और जहाज आएंगे. इस बार 100 टन मेडिकल सप्लाई चीन से पाकिस्तान आने की बात कही जा रही है. चीन के कारण पाकिस्तान में मेडिकल सुविधाएं बढ़ी हैं.

पाकिस्तान में 19 हजार 670 आईसीयू बेड और डेढ़ लाख से ज्यादा क्वारंटाइन सुविधा हैं. पाकिस्तान के पास अब दो हजार 200 वेटिंलेटर्स हैं. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में कोरोना ने पैर पसारना शुरू किया तो चीन की सप्लाई से संभालना मुश्किल होगा.

 

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